चित्रकूट जिले के एक कस्बे में रविवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। यह अभियान प्रमुख सड़कों और अंदरूनी गलियों में चलाया गया, जहां लंबे समय से फुटपाथ और नालियों पर कब्जा किया गया था। अभियान के दौरान मशीनों की मदद से अवैध रूप से बने चबूतरे, सीढ़ियां और दीवारें हटाई गईं। अचानक हुई इस कार्रवाई से अतिक्रमण करने वालों में हड़कंप मच गया।
नालियों पर कब्जे से बिगड़ी थी व्यवस्था
कस्बे में नालियों के ऊपर किए गए अतिक्रमण के कारण जल निकासी की समस्या लगातार बढ़ रही थी। बारिश और रोजमर्रा के पानी से सड़कों पर गंदा पानी भर जाता था। कई जगहों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया था। साथ ही, संकरी सड़कों पर अतिक्रमण की वजह से आए दिन जाम की स्थिति बनती रहती थी। इन समस्याओं को देखते हुए प्रशासन ने कार्रवाई का निर्णय लिया और तय समय पर अभियान शुरू किया गया।
प्रमुख मार्गों पर हुआ अतिक्रमण हटाना
अभियान के दौरान कस्बे के प्रमुख मार्गों और चौराहों को निशाना बनाया गया। फुटपाथ पर बने निर्माण हटने से सड़क की चौड़ाई बढ़ी और आवागमन आसान हुआ। मशीनों की कार्रवाई के चलते कुछ समय के लिए हलचल का माहौल रहा। कुछ दुकानदारों ने विरोध भी जताया, लेकिन प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए अभियान जारी रखा।
जनहित को बताया प्राथमिकता
प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण हटाने का मकसद किसी को परेशान करना नहीं, बल्कि आम जनता को राहत देना है। सड़क और नालियों पर कब्जे के कारण लोगों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ रही थी। इस कार्रवाई से यातायात व्यवस्था सुधरने और जल निकासी बहाल होने की उम्मीद जताई जा रही है।
दोबारा कब्जा करने पर होगी कार्रवाई
प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि भविष्य में दोबारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। लोगों से अपील की गई है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर कब्जा न करें और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।

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