झांसी में शुक्रवार को घने कोहरे ने रेल यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया। दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से आने वाली कई प्रमुख ट्रेनें तय समय से काफी देर से झांसी स्टेशन पहुंचीं। कोहरे के कारण ट्रेनों की गति नियंत्रित रखनी पड़ी, जिसका सीधा असर यात्रियों पर देखने को मिला। प्लेटफॉर्म पर इंतजार कर रहे यात्रियों को ठंड और अनिश्चितता दोनों का सामना करना पड़ा।
वंदेभारत और शताब्दी भी प्रभावित
तेज रफ्तार मानी जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस भी कोहरे की चपेट में आ गई। खजुराहो और रानी कमलापति रूट की वंदेभारत ट्रेनें अपने तय समय से काफी देर से झांसी पहुंचीं। इसी तरह शताब्दी एक्सप्रेस भी समय पर नहीं आ सकी। यात्रियों का कहना है कि तेज और भरोसेमंद मानी जाने वाली ट्रेनों का इस तरह प्रभावित होना परेशानी बढ़ा गया।
लंबी दूरी की ट्रेनों का हाल
उत्तर भारत से दक्षिण और पूर्व की ओर जाने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनें भी देरी से पहुंचीं। पंजाब मेल, मंगला एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति, सचखंड, दूरंतो, तेलंगाना, पातालकोट, उत्कल, महाकौशल, गोंडवाना और श्रीधाम जैसी प्रमुख ट्रेनें भी कोहरे के कारण समय पर नहीं आ सकीं। इससे आगे की यात्रा करने वाले यात्रियों की योजनाएं प्रभावित हुईं।
प्लेटफॉर्म पर ठिठुरते यात्री
ट्रेन के इंतजार में यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर लंबा समय बिताना पड़ा। सुबह के समय ठंड और कोहरे के कारण हालात और मुश्किल हो गए। कई यात्री कंबल और गर्म कपड़ों में बैठे दिखे, तो कुछ लोग चाय और अन्य साधनों से खुद को गर्म रखने की कोशिश करते नजर आए।
रेल प्रशासन की सतर्कता
रेल प्रशासन की ओर से कोहरे को देखते हुए ट्रेनों को सुरक्षित गति से चलाने पर जोर दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए दृश्यता कम होने पर ट्रेनों की रफ्तार घटानी पड़ती है। मौसम साफ होने पर स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आगे भी रह सकती है दिक्कत
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आने वाले दिनों में भी सुबह के समय कोहरा रह सकता है। ऐसे में यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी लेकर ही स्टेशन पहुंचें, ताकि अनावश्यक परेशानी से बचा जा सके।

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