कलौथरा विकासखंड बिरधा के कई ग्रामों में चना, मसूर, मटर और गेहूं की फसलें बोयी गई थी, जिन्हें कीड़ों मकोड़ों ने बर्बाद कर दिया है। अब किसान सिंचाई करके और दवा का छिड़काव करके फसलों को बचाने में लगे हुए हैं।
खेतों में नमी को देखते हुए पहले ही किसानों ने चना, मटर, मसूर और गेहूं की बुवाई 15 अक्टूबर तक कर दी थी। लेकिन, खेतों में पर्याप्त ठंडक नहीं हो पाई, जिसके चलते खेतों में छिपे कीड़ों मकोड़ों ने बीज अंकुरित होने से पहले ही नष्ट कर दिया।
किसानों ने बीज को कीड़ों से बचाने के लिए दवाओं का छिड़काव किया, लेकिन दवाओं ने भी काम नहीं किया। कुछ किसानों ने सिंचाई भी की, लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ। अब मजबूर होकर किसान दोबारा बुवाई की तैयारी कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा नुकसान मसूर और गेहूं को हुआ है, क्योंकि मसूर और गेहूं का अंकुरण कमजोर होता है। इसलिए कीड़ों ने मसूर और गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है।
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