ललितपुर के वार्ड नंबर 8 जुगपुरा स्थित श्मशान घाट का रास्ता बेहद खराब है। इतना ही नहीं, रात में रोशनी की समस्या भी रहती है। ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए पहुंचने वाली शव यात्रा के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं। इसके बाद भी जनप्रतिनिधि से लेकर समस्त अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
शहर के विभिन्न मोहल्लों में श्मशान घाट बने हुए हैं, जिनका कई सालों पहले तत्कालीन पालिकाध्यक्ष ने सौंदर्यीकरण कराया था। लेकिन इसके बाद रख-रखाव पर ध्यान नहीं दिए जाने से हरियाली उजड़ गई। वर्तमान पालिकाध्यक्ष रजनी साहू ने इस ओर ध्यान देते हुए कुछ श्मशान घाटों का जीर्णोद्घार कराया है। इसमें लोगों को बैठने के लिए टिनशेड, दाह संस्कार के लिए टिनशेड व प्रकाश व्यवस्था कराई है। हैरत की बात है कि जुगपुरा के श्मशान घाट की स्थिति जरा भी नहीं बदल सकी है।
प्रशासन और प्रतिनिधि मौन
कच्चा रास्ता बारिश में पूरी तरह से कीचड़ में तब्दील हो चुका है। इसके अतिरिक्त रास्ते में कोई प्रकाश व्यवस्था नहीं है। श्मशान घाट तक प्रकाश व्यवस्था पहुंचाने के लिए चार विद्युत पोल की आवश्यकता है। हालांकि, श्मशान घाट पर प्रकाश व्यवस्था के लिए सोलर लाइट लगी हुई है, जिसकी रोशनी पूर्ण रूप से नाकाम साबित हो रही है। इससे मोहल्लेवासियों में रोष पनप रहा है।
यदि चार खंभों पर बिजली की केबल बिछाकर लाइन चालू कर दी जाए, तो रोशनी की समस्या का समाधान हो सकता है। इसके बाद भी जनप्रतिनिधि व जिला प्रशासन चुप्पी साधकर बैठा हुआ है।
नगर पालिका परिषद द्वारा श्मशानघाट के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिस कारण स्थानीय लोगों को परेशान होना पड़ता है। बारिश के दिनों में अर्थी लेकर इस कच्ची कीचड़ भरी सड़क में मुक्ति धाम स्थल तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। कीचड़ भरे रास्ते में फिसलने का डर हर समय बना रहता है। यही नहीं, लोगों के कपड़े भी खराब हो जाते हैं। श्मशान घाट व उसके आसपास रात्रि के समय घनघोर अंधेरा हो जाता है। कुछ ही दूरी तक रोशनी रह पाती है।
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