प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लगाए जाएंगे प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर



झांसी। रेलवे बोर्ड मेट्रो प्लेटफॉर्म की तर्ज पर प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाने पर विचार कर रहा है। ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आने पर स्वत: खुलने वाले इन दरवाजों का निर्माण देश में ही होगा। अभी इन दरवाजों को दूसरे देशों से खरीदा जाता है। इन दरवाजों के लगने पर प्लेटफॉर्म के नीचे ट्रैक पर यात्रियों के गिरने या अन्य किसी प्रकार की घटना नहीं होगी।
बड़े रेलवे स्टेशनों के प्लेटफॉर्मों पर कई यात्री ट्रेन के आने पर चढ़ते तथा उतरते समय गिरकर घायल हो जाते हैं। पैदल पुल का उपयोग करने की जगह कई यात्री पटरियों को पार करके एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर पहुंच जाते हैं। इसी लापरवाही के कारण ये लोग बड़े हादसों की चपेट में आ जाते हैं। प्लेटफॉर्म पर अधिक भीड़ होने पर भी हादसे का डर बना रहता है। 
ऐसी ही तमाम घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे बोर्ड प्रमुख स्टेशनों के प्लेटफॉर्मों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाने पर विचार चल रहा है। इस सिस्टम में प्लेटफॉर्म के किनारे पर जालीदार दरवाजे लगाए जाते हैं। ये दरवाजे ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आते ही स्वतः खुल जाते हैं। 
इस परियोजना को बड़े स्टेशनों पर लागू करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम और रक्षा उत्पादन करने वाले सरकारी उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड के बीच करार हुआ है। करार के तहत इन जालीदार दरवाजों का निर्माण देश के भीतर ही अपनी कंपनियों से कराया जाएगा। इस परियोजना में मंडल के झांसी और ग्वालियर स्टेशन को भी शामिल किया गया है।
इस विषय का नाता कहीं न कहीं #2030 के भारत के सतत विकास के नवें लक्ष्य उद्योग, नवाचार तथा बुनियादी सुविधाएँ से है। इस लक्ष्य का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय और सीमाओं के आर-पार बुनियादी सुविधाओं सहित गुणवत्तापूर्ण, विश्वसनीय, टिकाऊ और जानदार बुनियादी सुविधाओं का विकास करना है जिससे आर्थिक विकास हो और मानव कल्याण को सहारा मिले।

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