गुप्त गोदावरी के पास मिली रहस्यमयी गुफा: चित्रकूट में चर्चा का विषय बनी



प्रभु श्रीराम की तपोभूमि अपने आध्यात्मिक, पौराणिक तथा ऐतिहासिक महत्व को आज भी यथावत संजोए हुए है। चित्र विचित्र से पटी तपोभूमि के कूट अर्थात पर्वत रहस्यों से भरे हुए हैं। मध्य प्रदेश शासन को ऐसे ही रहस्यमयी गुफा गुप्त गोदावरी के पास मिली है, जो स्थानीय लोगों के बीच जिज्ञासा का विषय बनी हुई है। 

निर्माण के दौरान पत्थर हटाने से दिखी गुफा 
जनपद सीमा से सटे एमपी के सतना जिले की नगर पंचायत, नयागांव गोदावरी के पास से थर पहाड़ के लिए नया रास्ता बना रही है। थर पहाड़ गांव तक जाने वाली रोड निर्माण के समय ही एक बड़े पत्थर को हटाने के बाद यह बंद गुफा अचानक सामने आ गई। परंतु इसकी जानकारी मशीन ऑपरेटर तथा ठेकेदार ने स्थानीय प्रशासन को नहीं दी। स्थानीय लोगों को जब इस विषय में जानकारी प्राप्त हुई, तो उन्होंने  गुफा से संबंधित फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। 

सूचना मिलते ही अधिकारियों के पहुंचने का क्रम शुरू 
नायब तहसीलदार चित्रकूट ऋषि नारायण सिंह राजस्व अमला पटवारी रावेंद्र सिंह व पटवारी अरुणेंद्र के साथ गुफा स्थल तक पहुंचे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से गुफा का प्रवेश द्वार बंद करा दिया गया है। जिला प्रशासन के साथ ही पुरातत्व विभाग को भी इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी, जिससे वह अपने स्तर से इसकी जांच पड़ताल कर सकें। 
धर्मनगरी चित्रकूट में पर्यटन के दृष्टिकोण यह गुफा महत्वपूर्ण हो सकती है। तुलसी गुफा के महंत मोहित दास ने कहा कि तपोस्थली मनोरम प्राकृतिक नयनाभिराम दृश्यों से भरी पर्वत श्रंखला के बीच बसी हुई है। आज भी कई पौराणिक रहस्य इस चित्रकूट में मौजूद है। मध्य प्रदेश के पुरातत्व विभाग को इसका तुरंत संज्ञान लेना चाहिए, जिससे गुफा के संरक्षण का प्रयास तेज हो सके।

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