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छात्र-छात्राएँ सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाएँ : राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार

भोपाल: स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वंतत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बदलाव होने के बाद छात्र-छात्राओं को शिक्षा के साथ-साथ नृत्य शास्त्रीय संगीत और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाना चाहिए। राज्य मंत्री श्री परमार शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय भोपाल में आयोजित अनुगूँज कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे थे।


श्री परमार ने कहा कि अनूगूंज 2021 के माध्यम से शासकीय स्कूल के विद्यार्थियों की धारणा बदली है। आने वाले समय में नई शिक्षा नीति में कार्य कर नये संकल्प के साथ तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ज्ञान आधारित शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए सरकार के साथ-साथ शिक्षकों और छात्र-छात्राओं के गंभीर प्रयासों की जरूरत है।

राज्य मंत्री श्री परमार ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य आदर्श समाज का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में बदलाव के साथ प्रदेश में 10 हजार स्कूलों का निर्माण करवाया जायेगा। पहले वर्ष 350 स्कूल भवनों का निर्माण होगा। शिक्षा के क्षेत्र में कला संस्कृति के सभी विषयों का समावेश कर शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। इससे एक अलग बदलाव का वातावरण देखने को मिलेगा एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार किया जाएगा।

प्रमुख सचिव अरूण शमी राव ने अनुगूँज 2021 की परिकल्पना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शास्त्रीय लोकनृत्य भी सिखाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अनुगूँज 2021 कार्यक्रम में 11 विद्यालयों के 400 छात्र-छात्राएँ द्वारा अपनी कला की प्रस्तुति दी जाएगी।

नाटक की आकर्षक प्रस्तुतियाँ

अनुगूँज 2021 के प्रथम दिन प्रथम दिन जातक कथा पर आधारित नाटक 'निर्द्वन्द्व' और मणिपुरी की लोककथा का नाट्य रूपांतरण 'मिजाओगी खोंगचट' की आकर्षक प्रस्तुति हुई।

इस अवसर पर मेंटोर्स सुश्री श्रुति, श्री धर्मेश, मेंटोर मॉरिस लाजरस, डॉ लता सिंह मुंशी, श्री दयानिधि मोहन्ता, सुश्री बिंदु जुनेजा, सुश्री श्वेता देवेन्द्र, सुश्री क्षमा मालविया, श्री मिलिंद दाभाड़े, श्री के.जी. त्रिवेदी और श्री सौरभ अनंत को सम्मानित किया गया।

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