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Sivakali Rusia उम्र 91साल लेकिन जोश युवाओं से कम नहीं, ये हैं बुंदेलखंड की Mother Teresa


अंतिम सफर के साथी:प्रकाश बम्हौरी थाना प्रभारी ने फिर किया एक वृद्ध का अंतिम संस्कार

छतरपुर

प्रकाश बम्हौरी थाना प्रभारी ने फिर रविवार को एक वृद्ध का अंतिम संस्कार कराया। इसके पहले शनिवार को एक 84 वर्षीय वृद्ध को कंधा देकर अंतिम संस्कार किया था। ग्राम प्रकाश बम्हौरी निवासी 84 वर्षीय मूरत सिंह का बीते रोज गया था। पड़ोसियों ने आने से इंकार कर दिया था, उसके पुत्र ने थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने मदद की गुहार लगाई थी

मंत्री पटेल: लोगों को जागरूक करें, मेडिकल किट करें वितरित

ऑक्सीजन की सप्लाई:एक माह में 3 गुना बढ़ी ऑक्सीजन की खपत, अब 5 दिन का स्टॉक

छतरपुर

अब जिले में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों को नहीं जूझना पड़ेगा। इस समय पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध है, आज की स्थिति में जिले में 5 दिनों के लिए महेबा प्लांट और चंद्रपुरा प्लांट में ऑक्सीजन का स्टॉक उपलब्ध है। कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने के कारण जिला अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन की खपत तेजी से बढ़ गई। जहां पिछले माह तक प्रतिदिन डेढ़ 100 सिलेंडर ऑक्सीजन की खपत थी, वहीं अप्रैल के अंत और मई माह में प्रतिदिन 500 सिलेंडरों की खपत हो रही है।


जिला और तहसील लेबिल पर लगाए जाएंगे 94 प्लांट:भार्गव बोले- ऑक्सीजन उत्पादन और उपलब्धता में प्रदेश को बना रहे आत्मनिर्भर

छतरपुर

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रदेश सरकार ऑक्सीजन के उत्पादन में आत्मनिर्भर की दिशा में जुट गई है। प्रदेश में अब तक कुल 94 ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत हुए हैं। जिनमें से कुछ ने काम करना प्रारंभ कर दिया है। बाकी संयंत्रों का निर्माण कार्य तेजी के साथ कराया जा रहा है। स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट में से 74 जिलों में तथा 20 प्लांट विभिन्न तहसीलों में लगाए जा रहे हैं। कार्ययोजना इस प्रकार बनाई गई है कि हर जिले में उसकी आवश्यकता की ऑक्सीजन की आपूर्ति हो जाए।


समीक्षा बैठक:कलेक्टर बोले- पुराना गेहूं आए तो जब्त कर संबंधित के खिलाफ करें केस दर्ज

छतरपुर

कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने रविवार को जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे गेहूं खरीदी की नोडल अधिकारियों से समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि बिक्री के लिए पुराना गेहूं आए तो गेहूं को जब्त कर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें। उन्होंने कहा कि जिन केन्द्रों पर खरीदी संबंधी सभी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, उन केन्द्रों को बंद करें। ऐसे केन्द्रों पर आने वाले किसानों को निकट के केन्द्रों पर शिफ्ट करें

खाद्य मंत्री सिंह: प्राथमिक लक्षणों को पहचान कर शीघ्र उपचार प्रारंभ करें

ये हैं बुंदेलखंड की मदर टेरेसा:24 साल में 42 अनाथ बच्चों को अपनाया, आश्रम के लिए आधा मकान दान कर दिया 

ये हैं टीकमगढ़ की शिवकली रूसिया। उम्र 91 साल लेकिन जोश युवाओं से कम नहीं। आज भी न केवल अपने सारे काम खुद करती हैं बल्कि अनाथ बच्चों के लालन-पालन में लगी रहती हैं। बच्चे भी एक-दो नहीं, दर्जनों। इसलिए इन्हें बुंदेलखंड की मदर टेरेसा कहा जाता है। शिवकली मां 24 साल से अनाथ बच्चों को अपना रही हैं। अब तक 42 बच्चों को सहारा दे चुकी हैं। ये सभी बच्चे इन्हें मां कहकर ही पुकारते हैं। बच्चों की परवरिश के लिए अनाथ आश्रम शुरू किया। इसके लिए अपना आधा मकान ट्रस्ट को दान कर दिया।


कोरोना में अनदेखी:जिले में हर दूसरे व्यक्ति के पास आयुष्मान कार्ड, 5 माह पहले एक तिहाई के ही बने थे, 8.14 लाख अब भी वंचित

सागर

आयुष्मान कार्ड धारकों का कोरोना का इलाज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निजी अस्पतालों में निशुल्क करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में जिले की जो स्थिति है, उसके अनुसार जिले में करीब 7 लाख 68 हजार लोग ऐसे हैं, जिनके पास आसमान कार्ड हैं। जबकि 8 लाख 14 हजार लोग ऐसे भी हैं जिनके आयुष्मान कार्ड अभी बनना है। इस हिसाब से देखा जाए तो जिले में हर दूसरे व्यक्ति के पास कार्ड है तो हर दूसरा व्यक्ति ही इस कार्ड से वंचित है। दरअसल 14 दिसंबर 2020 के पहले तक यानी योजना शुरू होने के शुरुआती सवा दो साल में जिले में सिर्फ 4 लाख 80 हजार लोगों के ही आयुष्मान कार्ड बने थे।


राशन को मोहताज:949 परिवारों के चार हजार 604 सदस्यों के नाम राशन कार्ड से काटे

सागर

कोरोना महामारी के इस दौर में 949 परिवारों के 4 हजार 604 सदस्यों के नाम राशन कार्ड से काट कर उन्हें दाने-दाने के लिए मोहताज किया जा रहा है। एक ओर सरकार गरीब परिवारों के लिए तीन माह का निशुल्क राशन बांट रही है। वहीं दूसरी और नाम काटकर राशन से वंचित किया जा रहा है। शहर के विवेकानंद वार्ड में ही 588 परिवारों में से करीब 175 लोगों के नाम काटे जा चुके हैं। दिसम्बर से अब तक करीब 300 लोगों के नाम काटे गए हैं। जिसकी कई बार शिकायत निगम से लेकर फूड विभाग तक की गई, लेकिन नाम नहीं जुड़े गए

Private Hospitals की अवैध वसूली पर कैसे लगेगी लगाम? प्रशासन भी नहीं दे रहा ध्यान

महामारी में मुनाफाखोरी:इंदौर, भोपाल, उज्जैन में पीपीई किट से लेकर वेंटिलेटर तक के रेट तय, सागर में भी निजी अस्पतालों पर करें ऐसी सख्ती

सागर

कोविड महामारी में अफसरों ने शहर के निजी अस्पतालों को मरीजों से अवैध वसूली व अनाप-शनाप बिल थमाने के लिए खुला छोड़ दिया है। इन पर किसी भी तरह की लगाम लगाने या कोविड में इलाज के अधिकतम रेट तय करने की कोशिश प्रशासन की ओर से अब तक नहीं की गई। जबकि इंदौर, उज्जैन और भोपाल जैसे शहरों में पीपीई किट से लेकर वेंटिलेटर तक के रेट तय हैं।


मजदूरों का सताने लगा डर:बाड़मेर से मजदूर पलायन करने काे मजबूर, लॉकडाउन के भय से परिवार सहित होने लगे रवाना

बाड़मेर

राजस्थान में लॉकडाउन लगने से एक दिन पहले मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। मजदूरों को डर सता रहा है कि पिछले वर्ष वाली स्थिति कहीं वापस नहीं बन जाए। उस डर से बाड़मेर जालीपा आर्मी में काम करने वाले मज़दूर घरों को लौटने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचने लगे हैं। ट्रेन से जयपुर होते हुए मध्यप्रदेश अपने गृह जिले जाएंगे। मजदूरों का कहना है कि पिछले 15-20 दिनों से महंगाई बढ़ गई है। जितनी मजदूरी मिलती है उसमें गुजारा भी नहीं चलता था

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