एजुकेट गर्ल्स ने उत्तर प्रदेश के चित्रकूट, बांदा, कौशांबी, फतेहपुर, रायबरेली और उन्नाव जिलों में कोविड राहत अभियान शुरू किया
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कोविड राहत अभियान के पहले चरण में फतेहपुर में 2130, रायबरेली में 1246, उन्नाव में 571, बांदा में 504, चित्रकूट में 286 और कौशांबी में 812 राशन तथा स्वच्छता किट का वितरण किया गया ।
- कोविड के दूसरी लहर से प्रभावित अनाथ बच्चों को भी सहायता प्रदान करेगी संस्था ।
प्रयागराज, 18 जून 2021:राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में बालिका शिक्षा के मुद्दें पर सुचारू रूप से कार्य कर रही गैर लाभकारी संस्थाएजुकेट गर्ल्सने कोरोना से प्रभावित हुए लोगों में सूखा राशन वितरण का कार्य 2 जून से शुरू किया है। पहले चरण में अब तक 5,549 लोगों में राशन तथा स्वच्छता किट की राहत पहुँचाई गयी है ।
कोविड के दूसरी लहर के प्रकोप से पूरा प्रदेश प्रभावित हुआ था । सरकार के ट्रेस, ट्रैक और ट्रीट अभियान के तहत लंबे समय के बाद एक्टिव मामलों की संख्या के साथ ही मृत्यु दर में भी कमी नज़र आ रही है, वहीं रिकवर हुए मरीजों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इस बीचकोरोना से प्रभावित प्रदेश वासियो को काम बंद होने से वापस अपने गाँव को लौटना पड़ा, बेरोजगार और भूखमरी से ग्रस्त लोगों कोएजुकेट गर्ल्स द्वारा राहत पहुँचाई गयीहैं।
रायबरेली केउप-प्रभागीय न्यायाधीश, अंशिका दीक्षितने कहा, "एजुकेट गर्ल्स की तरफ से नेक पहल की गयी है जिसमे अनाथ बच्चे, विधवा महिलाए और परिवार, जिनके मुखिया नहीं हैं, उन परिवारों को चिन्हित करके राशन किट दिया हैं।रायबरेली प्रशासन संस्था के सहयोग की प्रशंसा करती हैं और भविष्य में होने वाले सभी तरह के अभियान में सहयोग का आश्वासन देती हैं।"
एजुकेट गर्ल्स केरीजनल मैनेजर नितिन झाने बताया, "उत्तर प्रदेश की घनी आबादी ग्रामीण इलाकों में हैं और कोरोनामहामारी ने ग्रामीण इलाकों के लोगों की स्थिति को खराब कर दिया है। भोजन, स्वास्थ्य सुविधा,अच्छी शिक्षा की कमी और अन्य बुनियादी जरूरतों के आभाव ने समुदाय के लोगों के सामने कई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं।"
उन्होने आगे कहा की "प्रयागराज, रायबरेली, उन्नाव के लोग मजदूरी करके अपना गुजारा करते हैं और वर्तमान परिस्थिति में काम न होने की वजह से आर्थिक मार झेल रहे हैं । चित्रकूट जिले में बहुत से लोग ग्रामीण आदिवासी समुदायों से हैं जिन्हे अपनी जरूरतों के लिए बहुत मशक्कतकरनी पड़ती है |"
एजुकेट गर्ल्स संस्था ने चित्रकूट, बांदा, कौशांबी, फतेहपुर, रायबरेली और उन्नाव जिले में टीम बालिका (स्वयंसेवक), फील्ड स्टाफ और जनपद कार्यालय के सहयोग से कोविड राहत अभियान शुरू किया है । जिसमे फतेहपुर में 76, रायबरेली में 42, उन्नाव में 24, बांदा में 28, चित्रकूट में 20 और कौशांबी में 63 गांवो में आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों की पहचान कर के उन तक राशन तथा स्वच्छता कीट पहुँचाने का कार्य शुरू किया है।
फतेहपुर:फतेहपुर के प्रथम चरण मेंउप-प्रभागीय न्यायाधीश प्रल्हाद सिंह द्वारा राशन के वाहन को हरी झंडी दिखा कर एराया, विजयेपुर और धाता के लिए रवाना किया।
रायबरेली:रायबरेली के प्रथम चरण मेंउप-प्रभागीय न्यायाधीश अंशिका दीक्षित द्वारा राशन के वाहन को हरी झंडी दिखा कर लालगंज, अमावा, बछरावां और सताओ के लिए राशन तथा स्वच्छता कीट पहुँचाने का कार्य शुरू किया।
उन्नाव:उन्नाव के प्रथम चरण में उन्नाव के विधायक,पंकज गुप्ता; ब्लॉक प्रमुख नवाबगंज, अरुण सिंह द्वारा 4 गांव के लिए 571 राशन किट पहुंचने वाली गाड़ी को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया ।
चित्रकूट:चित्रकूट के सभी जनपदों में जिलाधिकारी ,मुख्य विकास अधिकारी और सभी गाँवो में प्रधान के सहयोग से राहत सामग्री का वितरण किया गया । मूरतगंज, कौशांबी में खण्ड शिक्षा अधिकारी रमेश चन्द्र पटेल द्वारा राहत सामग्री का वितरण किया गया ।
एजुकेट गर्ल्स ने उत्तर प्रदेश के उन गाँवों की पहचान की, जहाँ पर समुदाय के लोगों को दैनिक आवश्यकताओं जैसे कि किराने का सामान, सैनिटाइज़र, मास्क तथा लड़कियों को सैनिटेरी पैड प्राप्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। संस्था उन गाँवों में सहायता पहुँचा कर कोविड-19 से पैदा हुई मुश्किलों को कम करने का प्रयास कर रही है।
एजुकेट गर्ल्स द्वारा राशन साथ स्वच्छता किट में गेहूँ का आटा, तेल, नमक, चावल, चना, दाल, रिफाइंड तेल, तुवर दाल, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, कपड़े धोने तथा नहाने का साबुन, सैनिटेरी पैड, मास्क और सैनिटाइज़र जैसी दैनिक उपयोग की वस्तुएँ शामिल हैं। एजुकेट गर्ल्स की टीम बालिका और फील्ड कॉर्डिनेटर लगातार सभी लोगों से अनुरोध कर रहे हैं की वैक्सीन लगवाएँ, बिना मास्क घर से बाहर ना निकलें और अपने हाथों को साबुन से धोते रहें।
इस पहल के साथ ही संस्था ने अनाथ और एकल माता-पिता बच्चों को सहायता प्रदान करने के तरफ कदम बढ़ाया है। संस्था ने कोरोना वायरस तथा वैक्सीन सम्बन्धी जागरूकता अभियान भी शुरू किया है। गाँव में अपने फील्ड स्टाफ के माध्यम से कोविड-19 की जानकारी के बारे में पोस्टर्ज़ और वीडियो सब तक पहुँचाने का काम संस्था कर रही है।
एजुकेट गर्ल्स के बारे में:एजुकेट गर्ल्स एक ग़ैर-लाभकारी संस्था है जो भारत के ग्रामीण और शैक्षिक रूप से पिछड़े इलाकों में बालिकाओं की शिक्षा के लिए समुदायों को प्रेरित करता है। सरकार के साथ साझेदारी में काम करते हुए एजुकेट गर्ल्स वर्तमान में राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 18,000 से अधिक गांवों में सफलतापूर्वक कार्यरत है। सामुदायिक स्वयंसेवकों की बड़ी संख्या को सहभागी बनाते हुए, एजुकेट गर्ल्स स्कूल से वंचित बालिकाओं की पहचान, नामांकन, और स्कूलों में ठहराव बनाए रखने और सभी बच्चों (दोनों - बालिकाओं और बालकों) के लिए साक्षरता और अंक गणितीय योग्यता में बुनियादी सुधार के लिए मदद करता है ।
उप-प्रभागीय न्यायाधीश अंशिका दीक्षित ने किया निशुल्क राशन किट वितरण का शुभारम्भ
जरूरतमंदों को पहुंचाई गयी राशन सामग्री
एजुकेट गर्ल्स ने जरूरतमंदों को पहुंचाई राशन सामग्री
एजुकेट गर्ल्स ने सूखा राशन सामग्री का किया वितरण
एजुकेट गर्ल्स फील्ड स्टाफ ने जरूरतमंदों को घर तक पहुंचाई राशन सामग्री
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