Banner

अब बारी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की, 264 किलोमीटर सड़क पूरी बनकर तैयार

 विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का बड़ा उपहार दे चुकी है। अब बारी बुंदेलखंड एक्ससप्रेसवे की है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की 73 वीं बोर्ड बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अवनीश कुमार अवस्थी ने परियोजना की प्रगति रिपोर्ट साझा की। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे पर 90 प्रतिशत काम हो चुका है।


गोमती नगर स्थित यूपीडा मुख्यालय में आयोजित बोर्ड बैठक की अध्यक्षता सीईओ ने की। उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण तेज गति से चल रहा है। रिकार्ड समय में अब तक कुल 264 किलोमीटर लंबाई में बिटुमिन स्तर (डीबीएम) का काम पूरा किया जा चुका है, यानी कि इतनी सड़क पूरी बनकर तैयार हो चुकी है। वर्तमान में 90 प्रतिशत से अधिक भौतिक निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है।

बैठक में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना में चेंज आफ स्कोप के तहत कराए जा रहे काम के लिए बोर्ड द्वारा सहमति प्राप्त कर स्वीकृति ली गई। बताते चलें कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण विधानसभा चुनाव से पहले होना था लेकिन लोकार्पण की मंशा पर चुनाव आचार संहिता ने पानी फेर दिया।

29 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। मौजूदा सरकारों के लिए श्रेय लेने का बड़ा अवसर था। 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे से बुंदेलखंड के पांच जिलों सहित औरैया और इटावा के लोगों को भी सफर के लिए अच्छी सड़क का तोहफा मिलेगा। इसकी शुरुआत चित्रकूट के भरतकूप से हुई है।

इटावा के कुदरैल में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे में जुड़ेगा। आमतौर पर गांवों के संपर्क मार्ग के लिए भी तरसने वाले बुंदेलखंड में छह लेन का यह आधुनिक एक्सप्रेस-वे एक बड़ी उपलब्धि और तोहफा माना जा रहा है। एक्सप्रेस-वे से बुंदेलखंड के लोग सिर्फ पांच घंटे में दिल्ली पहुंच सकेंगे। इसके किनारे डिफेंस कॉरिडोर, पेट्रोलपंप, शौचालय इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

साभार- बुंदेलखंड न्यूज़ 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ