लखीमपुर हिंसा के मुख्य गवाह का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू:हरदीप बोले- पहले भाजपा नेता ने बाइक रोकी, फिर मुंह पर पिस्टल की बट मार दी

रामपुर के हरदीप सिंह लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड के मुख्य गवाह हैं। 10 अप्रैल को उन पर हमला हुआ। वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया तो उनका नाम चर्चा में आ गया। इसके बाद RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट करके यूपी सरकार पर निशाना साधा है। हरदीप ने इस हमले पर दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत की है।


उन्होंने भाजपा नेता मेहर सिंह दयोल और सरबजीत सिंह गुम्मन पर हमला करने का आरोप लगाया है। हालांकि, भाजपा नेता ने हरदीप के सभी आरोपों को गलत बताया है।

हरदीप पर हुए हमले के बाद वकील प्रशांत भूषण और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी के ट्वीट।

हरदीप पर हुए हमले के बाद वकील प्रशांत भूषण और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी के ट्वीट।

इस घटना पर हमने हरदीप से 6 सवालों के जवाब मांगे हैं। 

सवाल 1: क्या हुआ था, पूरी घटना के बारे में बताइए?

जवाब: मैं नवाबगंज गुरुद्वारे माथा टेकने गया था। जब लौट रहा था तो कुछ लोगों ने मेरी बाइक के आगे गाड़ी लगाई और चिल्लाने लगे। उनमें से एक ने मेरा कॉलर पकड़ लिया और मेरे सिर पर हाथ मारने शुरू कर दिए। मैंने पूछा क्या बात है, उनमें से एक मेहर सिंह दयोल बोला, "बड़ा नेता बना फिरता है, कोर्ट में जाकर गवाही देता है, तुझे तो मैं गोली मार दूंगा। तभी उसके एक साथी ने मेरे मुंह पर लाइसेंसी पिस्टल की बट से हमला किया, जिसकी चोट का निशान आप देख सकते हैं।

सवाल 2: हमला करने वाले कितने लोग थे, क्या आप किसी को पहचान पाए?

जवाब: वो 5 से 6 लोग थे, जिनसें से दो को तो मैंने पहचाना है। इसमें एक मेहर सिंह दयोल है, जो कि भाजपा नेता है। दूसरा सरबजीत सिंह गुम्मन है, ये भाजपा का कार्यकर्ता है। बाकी 3 से 4 लोगों को मैं नहीं पहचान पाया।

सवाल 3: आपने मौके पर क्या देखा?

जवाब: जैसे ही मेहर सिंह दयोल और उसके लोगों ने मेरे ऊपर हमला किया, वहां रास्ते से गुजर रहे लोगों ने बीच में आकर इसे रोका। हंगामा होता देख ये सभी मुझे वहां से छोड़कर भाग निकले। बाद में लोगों ने मुझे पानी दिया और माहौल शांत कराया।

सवाल 4: इस मामले में आपसे कितने राउंड पूछताछ हुई है? क्या बयान बदलने का भी दबाव डाला जा रहा है?

जवाब: संडे की घटना के बाद एक बार थाने पर पूछताछ हुई है। लखीमपुर केस के बाद भाजपा वाले लगातार हम पर दबाव बना रहे हैं कि किसी भी तरह हम बयान न देने जा पाए। बयान बदलने का तो सवाल ही नहीं है। कुछ टाइम पहले मामले के एक और गवाह से मारपीट हुई थी। अब मुझ पर हमला हुआ है।

सवाल 5: पुलिस 10 अप्रैल की घटना को आपसी झड़प बता रही है। आप क्या कहेंगे?

जवाब : ये बिलकुल गलत है, ऐसा कुछ भी नहीं है। जिन लोगों ने मुझ पर हमला किया, हमारा उनसे भी आज तक कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं हुआ है। सिर्फ मैं किसान आंदोलन में शामिल रहा हूं और लखीमपुर खीरी मामले का मुख्य गवाह हूं, इसलिए इन लोगों ने मुझ पर हमला किया है।

सवाल 6: लखीमपुर खीरी कांड में आपके साथ और कौन-कौन से गवाह हैं?

जवाब: लखीमपुर हिंसा मामले में मेरे अलावा बिलासपुर से चार मेन गवाह हैं। इस केस में हमारी दो बार गवाही हो चुकी है।


साभार- भास्कर न्यूज़

 

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