सांसद प्रज्ञा का राहुल पर हमला:बोलीं- दारू का गिलास लेकर चीनी जासूस महिला के साथ में थे राहुल गांधी

 'विपक्षी पार्टी का नेता, जिसे कांग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप में प्रस्तुत कर रहे थे। आज उसे देख लीजिए कि वह पब में दारू का गिलास लेकर महिलाओं के साथ नजर आ रहे हैं। महिलाओं के बारे में यह उनका व्यक्तिगत जीवन हो सकता है, लेकिन यह देखना जरूरी है कि वह महिला चीन की राजदूत है। चीन की यह जासूस महिला का रिकाॅर्ड गड़बड़ है, यह कहीं ना कहीं देश के लिए घातक है।' यह बात सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को सीहोर में कही। वे सवा करोड़ की लागत से बने नवनिर्मित रेलवे स्टेशन भवन का लोकार्पण करने यहां पहुंची थीं।



साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इस दौरान कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर बरसीं। उन्होंने कहा कि यह जनता के विचार करने का विषय है। एक व्यक्ति है, जिसने अपना पूरा जीवन देश काे दे दिया है। 18 से 19 घंटे काम करते हुए विदेश नीति काे इतना मजबूत कर दिया है कि दूसरे देश अब हमारी ओर देख रहे हैं। भारत विश्व गुरु बनने की ओर तत्पर है।

वे तो हमेशा चीन की तारीफ करते हैं

मैं राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहती हूं कि उन्होंने मुझे आतंकवादी कहा था। मैं कहती हूं, देशभक्त कभी आतंकवादी नहीं हो सकता। मैं ताे भारत में ही जन्मी हूं, इसलिए मैं देश के लिए कभी घातक नहीं हो सकती, लेकिन ये तो हमेशा चीन की तारीफ करते ही रहते हैं। इनका जो कल चरित्र चीन की महिला जासूस के साथ देखा गया है, यह देश के लिए संकट है।

नवनिर्मित रेलवे स्टेशन भवन के लोकार्पण के दौरान सांसद प्रज्ञा ठाकुर। नवनिर्मित रेलवे स्टेशन भवन के लोकार्पण के दौरान सांसद प्रज्ञा ठाकुर। लाउडस्पीकर विवाद पर कहा लाउडस्पीकर मामले में उन्होंने कहा कि यह जो हो रहा है, यह क्रिया की प्रतिक्रिया। लगातार यह कहा जा रहा था कि हमारे बच्चे पढ़ते हैं, वे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं। ऐसे में उन्हें डिस्टर्ब होता है। हर कोई आराधना करने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन शांतिपूर्वक आराधना होती है। चिल्ला-चिल्लाकर नहीं होती है। यदि किसी को सुनाई नहीं देता है, तो फिर यह प्रतिक्रिया है। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, वहां पर भी हो रहा है, क्योंकि वे उन्हें भड़का रहे हैं।

उनके डीएनए में ही गड़बड़ी उन्होंने कहा- वे गलत लोगों को शह देते हैं, लेकिन हिंदू अब इस बात के लिए तैयार हो गया है कि यदि आप एक वर्ग का साथ देखेंगे, तो दूसरा वर्ग विरोध में खड़ा हुआ है। हिंदू बहुत सहनशील है, लेकिन जब उनके साथ अन्याय की पराकाष्ठा हो जाती है, तो फिर वह जवाब देने के लिए तत्पर है। प्रतिक्रिया स्वरूप ही चिल्ला-चिल्लाकर वह भी अब आराधना कर रहा है। जिस प्रकार से राजस्थान सरकार ने प्राचीन मंदिर को तोड़ा है, यदि एक मजार को हाथ लगाकर देख लें, तो इनको औकात समझ में आ जाएगी। यह ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि इनके डीएनए में कहीं न कहीं गड़बड़ी है।



साभार- भास्कर 

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