भोपाल महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष और वार्ड 29 से कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी संतोष कंसाना का नामांकन जिला प्रशासन ने निरस्त कर दिया है। कंसाना का ओबीसी वर्ग का जाति प्रमाण पत्र नियमानुसार होने से ऐसा हुआ है। पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे देवांशु कंसाना को उम्मीदवार बनाया है।
भोपाल महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष और वार्ड 29 से कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी संतोष कंसाना का नामांकन जिला प्रशासन ने निरस्त कर दिया है। कंसाना का ओबीसी वर्ग का जाति प्रमाण पत्र नियमानुसार होने से ऐसा हुआ है। पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे देवांशु कंसाना को उम्मीदवार बनाया है।
पूर्व पार्षद और कांग्रेस नेता संतोष कंसाना मूलत: हरियाणा की रहने वाली है। उनका जाति प्रमाण पत्र उनके पिता के जाति प्रमाण पत्र के आधार पर मध्य प्रदेश में बना है। इसे लेकर कंसाना के जाति प्रमाण पत्र के मध्य प्रदेश में वैध नहीं होने की शिकायत की गई। इस पर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सुनवाई की। इसके बाद कंसाना के जाति प्रमाण पत्र को गलत बताते हुए नामांकन निरस्त कर दिया गया। अब संतोष कंसाना ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ सकेंगी।
इस पूरे मामले पर संतोष कंसाना का कहना है कि उनकी शादी 1994 में मध्य प्रदेश में हुई। वह गुर्जर समाज से आती है, जो मध्य प्रदेश और हरियाणा में ओबीसी में आता है। केंद्र ने भी गुर्जर समाज को ओबीसी वर्ग में ही रखा है। 2009 में उनका भोपाल में ओबीसी का जाति प्रमाण पत्र बना है। कलेक्टर ने सुनवाई में उनके जाति प्रमाण पत्र को अमान्य कर दिया, लेकिन अब तक गलत क्यों है इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है। उसी जाति प्रमाण पत्र से 2009 में पार्षद बनी थी। अब उनके जाति प्रमाण पत्र को अवैध बताने का कारण समझ में नहीं आ रहा है।
साभार- अमर उजाला
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