मध्य प्रदेश में जनपद पंचायत के बाद जिला पंचायत के अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के चुनाव शुक्रवार को होना है। इसके लिए बीजेपी-कांग्रेस जोड़ तोड़ में लग गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है।
पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं होते है। कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने समर्थितों को अध्यक्ष पद पर बैठाना चाहती है। इसके लिए सदस्यों को हर तरीके से अपनी तरफ करने में दोनों ही पार्टियों के पदाधिकारी लगे हुए है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्यों को पुलिस अगवा कर रही है। मध्य प्रदेश चुनाव आयोग क्यों अपनी आंखें बंद करे हुए है? श्योपुर, सीहोर अन्य जिलों के सदस्यो ंकी पुलिस ने गिरफ्तारी की है।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शिवराज उर्फ मामा उर्फ मामू के गृह जिले के जिला परिषद सीहारे के आदिवासी सदस्य के खिलाफ झूठी शिकायत कर पुलिस उसे धमकाते हुए थाने ले गई। जिला पंचायत का चुनाव होना है। मामू डरा हुआ है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि कि पूरा चुनाव पैसा पुलिस व प्रशासन के दम पर भाजपा लड़ रही है। दिग्विजय सिंह ने कैलास विजयवर्गीय का नाम लिखते हुए कहा कि आपने सही कहा है। मामू को भाजपा कार्यकर्ताओं की आवश्यकता नहीं है। पूरा प्रशासन उनके कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है।
बता दें आज 51 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का निर्वाचन होगा। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि सीधी जिले में एक जिला पंचायत वार्ड का परिणाम उच्च न्यायालय द्वारा स्थगित करने के कारण वहां पर अभी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन नहीं होगा।
भोपाल जिला पंचायत में 10 वार्ड में जीते छह सदस्य कांग्रेस, तीन भाजपा और एक सदस्य की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। दोनों ही पार्टी सदस्यों को अपने समर्थन में लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
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