भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी में कला प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे बाँदा शहर की कला के क्षेत्र की प्रसिद्ध हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। इस कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यापक एवं विद्यालय के बच्चों ने विशेष सहयोग दिया उन्होंने अपने हाथों से विद्यालय की दीवारों एवं कैनवास पर अपने हाथों का जादू बिखेरा और आये हुए अतिथियों का स्वागत किया गया इसके बाद कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
विद्यालय के चेयरमैन शिवशरण कुशवाहा एंड रामलखन कुशवाहा (फाउंडर मेम्बर), चन्द्रकला कुशवाहा (प्रिसिपल ऑफ गवर्नमेंट स्कूल बाबा तालाब) बाँदा, की उपस्थिति में कार्यक्रम का प्रारंभ गणेश वंदना के साथ किया गया तत्पश्चात आए हुए मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने रिबन काटकर कला प्रदर्शनी का प्रारंभ किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ० गुरुशरण पनवार (प्रोफेशर एंड डीन) यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी बाँदा, मीनाक्षी शुक्ला, रश्मी गुप्ता निशा, प्रतिभा शाहू ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवायी।
इस कार्यक्रम में बाँदा जिले के वेद प्रकाश मौर्या (मुख्य विकास अधिकारी) बाँदा, सुरभि शर्मा (एस० डी० एम०) बाँदा, हेमंत कुमार (ए० डी० जे), निरंजन चौरसिया (ए० डी० जे०), डॉ० कंचन सिंह एवं डॉ० एच० एन० सिंह उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में बुंदेलखंड अनएडेड स्कूल एसोसिएशन (BUSA) के समस्त पदाधिकारी नवल किशोर चौधरी, श्याम जी निगम, विप्रांश, प्रवी एवं उमा पटेल ने आकर बच्चों का हौशला बढाया।
बच्चों के अभिभावक सम्लित होकर सभी मुख्य अतिथियों के साथ मिलकर कला के प्रदर्शनी को घूम घूम कर देखा एवं सभी ने कला की प्रशंसा की। बच्चों के लिए कला प्रतियोगिता की भी व्यवस्था की गई थी जिसमे जिसमे कक्षा से 12 तक के बच्चों ने हिस्सा लिया एवं कैनवास पर अपने हाथो का जादू बिखेरा।
विद्यालय के नॉमिनेटेड चेयरमैन एड० अंकित कुशवाहा जी ने बच्चों की कला की प्रशंसा करते हुए उन्हें बताया कि कला आज सिर्फ कला नहीं है यह अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का एक ऐसा माध्यम है जिससे हम अपनी आय का जरिया भी बना सकते हैं। संस्था के एडवाइजरी सदस्य श्री रामलखन कुशवाहा ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि निरंतर इसी तरह अच्छी कला का प्रदर्शन करते रहे और जीवन में आगे बढ़ते रहें। यूरो किड्स प्री-इंटरनेशनल स्कूल की निर्देशिका संध्या कुशवाहा ने बच्चो का उत्साह बढ़ाते हुए पढाई के साथ साथ कला को भी जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती वृन्दा विजय जिनराल ने बच्चों की कला की प्रसंशा की और जीवन में नया कुछ करने के लिए प्रेरित किया।
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