महोबा जिले में चोरी की घटनाओं में आदिवासी परिवारों का हाथ होने के शक में जांच करने पहुंची पुलिस टीम पर आदिवासियों ने हमलाकर कर फायरिंग कर दी। कोतवाली प्रभारी ने मामले में सात नामजद समेत 12 लोगों के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। कोतवाली प्रभारी बलराम सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम शुक्रवार की रात छतरपुर मार्ग में रेलवे पुल के आगे झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों से पूछताछ के लिए गई थी। पुलिस को देखते ही झोपड़ियों में मौजूद महिलाएं व पुरुष हाथों में सरिया व असलहे लेकर बाहर निकल आए और मारपीट शुरू कर दी।
तमंचे से फायरिंग किए जाने पर पुलिस टीम ने किसी तरह बचकर जान बचाई। बाद में भारी फोर्स पहुंचने पर आरोपी भाग निकले। कोतवाली प्रभारी की तहरीर पर आरोपी आगामी आदिवासी निवासी रीढ़ी कटनी मध्यप्रदेश, वैष्णवी निवासी डिलारी छतरपुर, पूनम निवासी बिजावर छतरपुर, सीतारानी, चूरन, अजय उर्फ चांदराजा, संजीव व पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ एक राय होकर मारपीट व जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पुलिस टीम चोरियों के मामले में दबिश देने गई थी। जहां पुलिस टीम पर हमला किया गया। मामले में आगामी, वैष्णवी, पूनम व सीतारानी को गिरफ्तार किया गया है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
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