पन्ना टाइगर रिजर्व में ऐसे बिरले वीडियो वायरल हो रहे हैं जिन दृश्यों को कभी देख पाना असंभव लगता है। ऐसा ही एक वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहा है जिसमें बाघिन के सामने आए तेंदुए को जैसे ही खतरा महसूस हुआ वह अपनी जान बचाने के लिए सामने बड़े पेड़ पर चढ़ गया ।
इसके बाद उसका बाघिन ने पीछा किया और आधी दूरी तक पेड़ पर चढ़कर वापिस उतर गई। इसके बाद बाघिन वहीं पास में बैठ कर तेंदुए के उतरने का इंतजार करने लगी। काफी समय बीत जाने के बाद तेंदुए ने वहां से भागना उचित समझा और पेड़ से छलांग लगाते हुए भागने की कोशिश की किंतु घात लगाए बैठी बाघिन ने उसे घेर लिया। अपने को घिरा देख तेंदुआ बाघिन से मिन्नत करने लगा और अपनी जान बख्शने के लिए उसके सामने लौटने लगा। तेंदुए के आत्मसमर्पण से प्रभावित हुई बाघिन और उसने तेंदुए को जीवनदान दे दिया।
चार शावको के साथ पर्यटन क्षेत्र
पीटीआर के मडला प्रवेश द्वार के आगे छोहाई घाटी के पास का यह वायरल वीडियो बताया जा रहा है। इस मार्ग में अक्सर यह बाघिन अपने 4 शावको के साथ टाइगर रिजर्व मैं भ्रमण करने आए सेनानियों को नजर आ जाती है।
बताया जाता है कि उसके बच्चे अभी बहुत छोटे हैं और वह हमेशा उनकी सुरक्षा के लिए सतर्क रहती है। ऐसी स्थिति में अपने क्षेत्र में तेंदुए को देखकर वह आग बबूला हो गई और उस पर हमला करने दौड़ी। तब जान बचाकर तेंदुआ पेड़ पर चढ़ गया।वीडियो में दिख रहा है कि कुछ ऊपर तक तेंदुआ का पीछा करते हुए बाघिन भी पेड़ पर चढ़ी, लेकिन ऊंचाई अधिक होने के कारण वह वापस पेड़ से उतर गई और तेंदुए के उतरने का इंतजार करने लगी। इस अकल्पनीय नजारे को वहां से निकल रहे पर्यटक और गाइडों ने अपने कैमरा में कैद कर लिया।
पहली बार देखने को मिला ऐसा नजारा
टूरिस्ट गाइड मनोज द्विवेदी ने बताया कि वैसे तो कई प्रकार के नजारे देखने को मिलते हैं, लेकिन इस प्रकार का नजारा पहली बार देखने को मिला है। उन्होंने बताया कि तेंदुआ वैसे ही कम नजर आता है, किंतु इस प्रकार के नजारे की कभी उम्मीद ही नहीं थी जो देखने को मिला है। द्विवेदी ने बताया कि मेरी जिप्सी में 4 पर्यटक थे और मेरे पीछे लगभग 15 जिप्सी आ गई थी जिसमें 50 से अधिक पर्यटक सवार थे उन सभी ने इस नजारे को देखा और अपने अपने कैमरों में कैद किया।
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