उरई। मौसम का मिजाज हर दिन बदल रहा है। हर आयु वर्ग के लोग सर्दी, जुकाम, बुखार और खांसी की चपेट में आ रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। इस बार बीमारियों में बदलाव देखने को मिल रहा है। पहले इस तरह की बीमारियां चार से पांच दिन में ठीक हो जाती थीं लेकिन अब यह बीमारियां 10 से 15 दिन में ठीक हो रहीं हैं। डाक्टर इसका कारण वायरल के नए स्वरूप का होना बता रहे हैं। जिला अस्पताल में आने वाले कुल मरीजों में 35 फीसदी मरीज इन्हीं बीमारियों के हैं।
जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। रोजाना 13 सौ से ज्यादा पर्चे बन रहे हैं। इसमें अधिकांश मरीज सर्दी, जुकाम, बुखार और खांसी से पीड़ित होते हैं। मरीजों का कहना है कि लगातार दवा खाने के बावजूद खांसी से छुटकारा नहीं मिल रहा है। यही स्थिति बच्चों से लेकर बड़ों तक में हो रही है। पहले दवा पांच दिन में इस तरह की बीमारी को ठीक कर देती थी लेकिन अब स्थिति बिगड़ गई है। अब यह बीमारी ठीक होने में दस से 15 दिन का वक्त लग रहा है। डॉक्टर इसे बीमारी का नया वैरिएंट बता रहे हैं।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अविनेश कुमार बनौधा का कहना है कि वायरल का स्वरूप हर साल बदलता है। इस बार इसके लक्षण पहले से ज्यादा गंभीर दिख रहे हैं। यही वजह है कि बीमारी ठीक होने में ज्यादा वक्त लग रहा है।
बच्चों की नींद और खानपान का रखें ख्याल
बाल रोग विशेषज्ञ डा. संजीव अग्रवाल का कहना है कि बच्चों को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। बच्चों को कोल्ड ड्रिंक, फास्ट फूड, तली भुनी चीजों की जगह खाने में हरी सब्जियां, फल, ड्राई फूट आदि का भरपूर सेवन कराना चाहिए।
-.यदि बच्चा बीमार है तो स्कूल न भेजें अन्यथा दूसरे बच्चे भी बीमार हो सकते हैं।
- घर में कोई संक्रमित है तो उससे दूरी बनाकर रखें।
-डाक्टर को दिखाएं और अपने मन से किसी दवा का सेवन न करें।
दिनांक ओपीडी में आए मरीज
22 फरवरी 1457
23 फरवरी 1217
24 फरवरी 1339
25 फरवरी 1291
26 फरवरी 83
27 फरवरी 1980
28 फरवरी 1349
0 टिप्पणियाँ