भारतवर्ष के केंद्र बिंदु पर स्थित मध्य प्रदेश राज्य के अंतर्गत बुंदेलखंड अंचल एक ऐसा बड़ा भूभाग है जो अपने पृथक राज्य की आवाज वर्षों से बुलंद करते हुए, पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग कर रहा है, इसी परिकल्पना को आगे बढ़ाते हुए वर्तमान में बुंदेलखंड ट्रूपल, संपूर्ण बुंदेलखंड की आवाज बनकर अपने चैनल के माध्यम से इस परिकल्पना को साकार करने हेतु प्रयासरत है।
मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में कार्यरत, बुंदेलखंड ट्रूपल जहां एक तरफ स्थानीय मुद्दों, मूलभूत सुविधाओं तथा समस्याओं को सामने लाने का कार्य कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर बुंदेली कला-संस्कृति-सभ्यता-संस्कार-खानपान-गीत-संगीत सहित सम-सामयिक विषयों को भी अपने चैनल के माध्यम से प्रदर्शित कर, बुंदेलखंड की महिमा को आगे बढ़ाकर, बुंदेलखंड राज्य की आवाज बना हुआ है।
चैनल से विभिन्न जिलों के अपने स्थानीय संवाददाता भी इस दिशा में कार्य करते हुए बुंदेली माटी वा बुंदेलखंड की आवाज को बुलंद कर रहे हैं, वहीं चैनल फाउंडर अतुल मलिकराम का उद्देश्य है कि जन जन की आवाज बनकर क्षेत्र की समस्याओं, यहां की बातें, अनौपचारिक या अवैध गतिविधियां जो मेनस्ट्रीम या दूसरे मीडिया पोर्टल या चैनल से अछूती रह जाती हैं लेकिन सामाजिक दृष्टि से उनका बहुत गहरा प्रभाव होता है, बुंदेलखंड ट्रूपल चैनल ऐसे मुद्दों को प्रकाश में लाने के लिए सदैव तत्पर रहे।
चैनल प्रमुख आसिफ पटेल का कहना है कि आज जहां हम नए भारत की बात करते हैं तो वही बुंदेलखंड अंचल पिछड़े राज्यों में या क्षेत्रों में आता है जिसे आगे बढ़ाते हुए हम यहां की पहचान दिलाने के उद्देश्य से बुंदेली सेफ, बुंदेली बावरा, लोकगीत, लोक कलाकारों, ग्रहणियों, शिल्पकारों के साथ स्थानीय प्रतिभाओं को प्रभावशाली मंच देकर, आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
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