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टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में 10515 खाद शेष, किसानों की चिंता बड़ी

जिले के किसान रासायनिक खाद पर निर्भर हो गए है और इस वर्ष हाल ही जिला विपणन के पास 10515 मेट्रिक टन खाद शेष बचा है। यह स्थिति टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले की है। जिसमें यूरिया, डीएपी, सुपरफास्ट, पोटास और एनपीके खाद शामिल है।

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टीकमगढ़  जिले के किसान रासायनिक खाद पर निर्भर हो गए है और इस वर्ष हाल ही जिला विपणन के पास १०५१५ मेट्रिक टन खाद शेष बचा है। यह स्थिति टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले की है। जिसमें यूरिया, डीएपी, सुपरफास्ट, पोटास और एनपीके खाद शामिल है। जिसके कारण सहकारी केंद्रों पर खाद लेने के लिए किसानों की लंबी लाइनें लगी हुई है। १० अक्टूबर तक सरकारी आंकड़ों में एक तिहाई खाद का वितरण हुआ है। जबकि जिले का रबी सीजन का प्रस्तावित रकवा ३ लाख १० हजार ८८० हेक्टेयर है।


टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले की ८७ सहकारी समितियों पर १४८८३ मेट्रिक टन खाद पहुंच गया है। जिसमें सबसे कम खाद निवाड़ी जिले में वितरण हुआ है। अगर दोनों की जिले की रबी सिंचाई शुरू हो गई तो खाद की पूर्ति करना प्रबंधन को परेशानी का कारण बन जाएगा। हालाकि अभी भी खाद के लिए किसानों की लाइनें लगी हुई है। जहां पर डीएपी की जगह अन्नदाता का वितरण किया जा रहा है। जबकि किसान डीएपी खाद की सबसे अधिक मांग की जा रही है। गोदाम प्रभारी द्वारा डीएपी खाद खत्म होने की बात की जा रही है। जिससे किसानों की चिंता अधिक हो गई है।


विपणन के पास ५५८ मेट्रिक टन खाद शेष

सरकारी आंकड़े अनुसार जिला विपणन केंद्र कृषि उपज मंडी में १३०० मेट्रिक टन खाद भंडारण हुआ था। १० अक्टूबर तक ७४२ मेट्रिक टन वितरण हो गया है और ५५८ मेट्रिक टन यूरिया, डीएपी, सुपरफास्ट, पोटास और एनपीके खाद शेष बचा है। जहां पर यूरिया और अन्नदाता खाद बेचा जा रहा है। जिसके कारण किसान बाजार से डीएपी खाद को खरीद रहेेे है। जहां खाद व्यापारियों द्वारा अधिक दाम लिए जा रहे है।


खाद के लिए मंडी में लगी लाइनें, पुलिस का लिया सहारा

खाद के लिए कृषि उपज मंडी में लाइने लगी हुई है। खाद सरल और र्निविवाद वितरण करने के लिए पुलिस का सहारा लिया गया है। पहले खाद के लिए पर्ची कटवाना और फिर खाद की खाद दिया जा रहा है। उसके बाद भी किसानों की भीड़ केंद्रों पर दिखाई दे रही है।
यह है जिले का रबी सीजन का रकवा
रबी सीजन की तैयारियां किसानों द्वारा जारों पर किया जा रहा है। जिसमें कृषि विभाग ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। जिसमें टीकमगढ़ जिले में २ लाख ३० हजार ९५० हेक्टेयर और निवाड़ी जिले में ७९ हजार ९३० हेक्टेयर रकवा प्रस्तावित किया गया है। जिसमें गेहूं, सरसो, जवा, मटर, चना, मटर के साथ अन्य अनाज का चयन किया गया है।

जिले में यह खाद की स्थिति

टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में यूरिया का भंडारण ६१३५ मेट्रिक टन, वितरण १८२७ मेट्रिक टन, शेष ४३०८ मेट्रिक टन, डीएपी ४१७२ मेट्रिक टन, वितरण २२९२ मेट्रिक टन, शेष १८८० मेट्रिक टन, पोटाश ७ मेट्रिक टन, शेष ७ मेट्रिक टन, एनपीके ४४३९ मेट्रिक टन, वितरण २११ मेट्रिक टन और ४२२८ मेट्रिक टन १० अक्टूबर तक के आंकड़ों में शेष है।


फैक्ट फाइल

३१०८८० हेक्टेयर- टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले का रबी सीजन का रकवा
२३०९५० हेक्टेयर- टीकमगढ़ जिले का रबी सीजन का रकवा
७९९३० हेक्टेयर- निवाड़ी जिले का रबी सीजन का रकवा
१४८९३ मेट्रिक टन भंडारण डीएपी, यूरिया, पोटाश, एनपीके खाद टीकमगढ़/ निवाड़ी
४३७८ मेट्रिक टन वितरण डीएपी, यूरिया, पोटाश, एनपीके खाद टीकमगढ़/ निवाड़ी
१०५१५ मेट्रिक टन शेष डीएपी, यूरिया, पोटाश, एनपीके खाद टीकमगढ़/ निवाड़ी


इनका कहना

खाद पर्याप्त मात्रा में रखा हुआ है। रबी सीजन की सिंचाई शुरू नहीं हुई है। जब तक खाद के रैक लगाए जाएंगे। वितरण कार्य भी चल रहा है। किसानों को इस वर्ष खाद की कमी नहीं आने देंगे।
रामस्वरूप लाल धुव्रे, डीएमओ जिला विपणन केंद्र टीकमगढ़।


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