झाँसी : नब्ज देखकर 5 हजार साल पुरानी प्रथा से दिया इलाज, वाधवा पेट्रोल पंप पर लगा स्वास्थ्य परीक्षण कैंप
नाड़ी-नब्ज द्वारा इलाज: एक प्राचीन प्रयोग
नाड़ी-नब्ज द्वारा इलाज एक प्राचीन आयुर्वेदिक पद्धति है, जिसका उपयोग बीमारियों और कमियों की पहचान के लिए किया जाता है। इस पद्धति के अनुसार, मनुष्य के शरीर में 72,000 से अधिक नाड़ियाँ होती हैं, और इनमें से 108 महत्वपूर्ण नाड़ियाँ होती हैं, जो विशेषज्ञता के साथ दबाई जाती हैं। इन नाड़ियों की स्थिति और प्रवृत्ति के माध्यम से विशेषज्ञ आयुर्वेदाचार्य रोग का पता लगाते हैं।
वाधवा पेट्रोल पंप: एक नवाचारिक पहल
वाधवा पेट्रोल पंप (Wadhwa Petrol Pump), झाँसी में स्थित, एक अद्वितीय पहल है जो नाड़ी-नब्ज द्वारा स्वास्थ्य जाँच करता है और आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करता है। इस कैंप में भोपाल, मध्य प्रदेश से आये हुए नाड़ी परीक्षण विशेषज्ञ आयुर्वेदाचार्य वैद्य विवेक द्वारा अधिकांश ब्लड प्रेशर, मधुमेह, जोड़ों के दर्द, स्त्री रोग, हार्मोंस रोग, मूत्र रोग आदि के मरीजों की मुफ्त नाड़ी-नब्ज देखकर बीमारी को परखा गया और उन्हें आयुर्वेदिक उपचार प्रदान किया गया।
प्राचीन और सामग्री उपयोग
आयुर्वेदाचार्य वैद्य विवेक ने बताया कि नाड़ी-नब्ज दबाकर मर्ज जानने की पद्धति आज से 5,000 वर्ष पुरानी है। इस पद्धति में बीमारियों की पहचान नाड़ी-नब्ज के माध्यम से की जाती है, और इसके पश्चात् आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी दवाएं भी प्रदान की जाती हैं। यह एक प्राचीन और प्रभावशाली उपाय है जो लोगों को अंग्रेजी दवाओं के नुकसानों से बचाने में मदद कर सकता है।
निशुल्क स्वास्थ्य जाँच के महत्व
वाधवा पेट्रोल पंप के संचालक हर्ष वाधवा ने बताया कि इस कैंप में 100 से अधिक लोगों ने मुफ्त परीक्षण का लाभ लिया। आगे भी इस तरह के कैंप पेट्रोल पंप पर आयोजित किए जाएंगे और झाँसी की जनता को आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से स्वस्थ जीवन का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
नाड़ी-नब्ज द्वारा स्वास्थ्य जाँच करना और आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करना एक प्राचीन और प्रभावशाली तरीका है, जो हमारे स्वास्थ्य को सुधार सकता है। वाधवा पेट्रोल पंप के इस महत्वपूर्ण पहल के माध्यम से, झाँसी के लोग आयुर्वेदिक उपचार के फायदों का लाभ उठा रहे हैं और एक स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
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