MP Election Result: जनता की पसंद छोड़ कांग्रेस के दिग्गजों के मन से टिकट वितरण, बुंदेलखंड की कई सीटें गंवाई
छतरपुर में कांग्रेस से बागी हुए डीलमणि सिंह की नाराजगी वर्तमान विधायक आलोक चतुर्वेदी को ले डूबी। दस हजार से ज्यादा वोट पाने का असर कांग्रेस पर हार के रूप में पड़ा।
छतरपुर। बुंदेलखंड में इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की लहर चल रही थी लोग बदलाव के मूंड में नजर आ रहे थे। कांग्रेस की हवा को देखकर कहीं न कहीं भाजपाई परेशान थे। लेकिन एनवक्त पर कांग्रेस अपनी ही अंदरूनी राजनीति में उलझ गई और भाजपा की रणनीति सफल हो गई। हुआ ये कि बुंदेलखंड में कांग्रेस को जहां बड़ी संख्या में सीटें मिलने की उम्मीद थी वहां सिर्फ सात सीटें ही मिल सकी। यह सीटें भी कांग्रेस की मेहरबानी से नहीं बल्कि जनता ने दिलाई हैं।
टिकट देने की रणनीति रही फेल
कांग्रेस को मिली करारी हार के पीछे कहीं न कहीं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की रणनीति रही है। क्योंकि इन्होंने इस बार चुनावी मैदान में उन लोगों को उतारा जिनको चुनावी सर्वे में जनता ने पसंद नहीं किया। फिर भी कांग्रेस से टिकट लेने में कामयाब होने वाले यह चेहरे चुनावी रण में हार गए और कांग्रेस का सफाया कराने में सहभागी बन गए।
चुनाव से पहले तक कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और बुंदेलखंड के प्रभारी बनाए गए अरुण यादव अपने अपने नेताओं की पीट पर हाथ ठोकते रहे। जब कांग्रेसी कार्यकर्ता कमलनाथ के पास टिकट लेने गए तो उनको टिकट का भरोसा दे दिया गया। भरोसा मिलने के बाद एनवक्त पर उनका टिकट काट दिया गया। इस कारण कांग्रेस की अधिकतर सीटों पर बागी खड़े हो गए और कांग्रेस की सफलता में रोड़ा साबित हुए।
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