यूपी और एमपी के जिलों को मिलाकर बनाएं बुंदेलखंड राज्य : टिकैत
चित्रकूट। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी और एमपी क्षेत्र के जिलों को मिलाकर बुंदेलखंड राज्य बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों पर कर्ज और महंगाई बढ़ रही है, लेकिन उपज के दाम बढ़ाने का कानून नहीं बन रहा। सरकारें मनमानी पर उतारू हैं। इसके लिए आंदोलन ही एक रास्ता है।
सोमवार को चित्रकूट पहुंचे टिकैत ने सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। किसान नेताओं के साथ बैठक की। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार सर्किल रेट नहीं बढ़ा रही है। किसान की उपयोगी जमीनें सस्ते में लेकर उद्योगपतियों को दे रही है। नौकरी मिल नहीं रही महंगाई पर नियंत्रण नहीं है। किसान की उपज का मूल्य निश्चित करने के लिए एमएसपी कानून कई बार वादा करने के बाद भी नहीं बनाया गया। अग्निवीर जैसी नौकरी युवाओं के साथ मजाक है। पुलिस की निकाली जा रही भर्ती में उम्र सीमा एक साल घटा दी इससे कई हजार युवक अपात्र हो गए।
किसानों को फ्री बिजली देने की झूठी घोषणा हुई। हर जगह बस मीटर लगाकर वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकारें किसानों के आंदोलन से डर गई हैं। संयुक्त किसान मोर्चा किसानों ने बनाया तो घबराई सरकारें इसमें तोड़ मरोड़ करा रही हैं। इन सबसे निपटने के लिए सिर्फ आंदोलन की एकमात्र रास्ता है।
बुंदेलखंड राज्य में खनिज संपदा है। इसे अलग राज्य बनाकर इस संपदा से होने वाले लाभ का यहीं प्रयोग किया जाए। अन्ना मवेशी की समस्या निपटाने के लिए सरकार की मंशा ठीक नहीं है।
टिकैत ने उप राष्ट्रपति पर मिमिक्री पर जाट समाज के नाराज होने के मामले पर कहा कि जाट समाज नाराज कतर्ह नहीं है। मिमिक्री जाति के आधार पर नहीं होती। सरकार उस जाति में वोट तलाशने के लिए एक जाति को टारगेट कर रही। कटाक्ष किया कि सरकार वोट के लिए न जाति छोड़ती है, न राष्ट्रपति, न धार्मिक मुद्दों को। कुश्ती संगठन में पहलवानों को लेकर चल रहे मामले में कहा कि पहलवानों के आरोप सही हैं। आंदोलन चलने के बाद भी सरकार ने डर के कारण सही जांच नहीं कराई। जिलाध्यक्ष राम सिंह राही, अरुण कुमार पांडेय, तहसील अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ,उदयनारायण सिंह , शिवदयाल सिंह बघेल व जिला मीडिया प्रभारी देवेंद्र सिंह समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
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