Damoh News : मध्यप्रदेश का बुंदेलखंड अंचल आदिवासी बहुल होने की वजह से बरसात के दिनों में आस पास से गांवों, कस्बों,बस्तियों में जलभराव की वजह से आसानी से हैजा,मलेरिया,डायरिया फैल जाता है.विगत दिनों दमोह जिले के जामशा हरदुआ गांव में भी करीब 100 से अधिक लोग डायरिया का शिकार हो गये थे.जिसमें से 1 महिला और 1 बुजुर्ग की उल्टी दस्त के चलते मौत हो गई थी.
जानलेवा बीमारी से बचने के लिए युवाओं ने लिया गांव को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया. जामशा हरदुआ गांव में जगह जगह लगे कचरे के ढेर और सड़को पर फैली गंदगी को साफ करने के लिए गांव के 25 युवाओं की टोली ने संकल्प लिया है. अब गांव में कहीं पर भी गंदगी नजर नहीं आयेगी. गांव के पढ़े लिखे नौजवान युवाओं का कहना है कि वे भी अब स्मार्ट गांव पड़रिया थोवन की तर्ज पर गांव को स्वच्छता में नम्बर वन बनाएंगे.
गांव को बनाना है हैजा मुक्त
फिलहाल युवाओं का पहला कदम गांव को हैजा मुक्त बनाने की है. ऐसे प्रयास ग्रामीण स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. इसके लिए ये युवा स्वास्थ्य शिक्षा, स्वच्छता अभियानों, जल पुनः उपयोग और कूड़ा प्रबंधन जैसे उपायों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं. इस तरह के सामाजिक कार्यों से न केवल गांव की स्थिति सुधरेगी, बल्कि पूरे समुदाय को भी इसका लाभ मिलेंगे.
गांव के 25 युवाओं की टीम कर रही सफाई
जिला कलेक्टर सुधीर कोचर ने युवाओ की टोली के कार्य की सराहना करते हैं. जिले में मौसम विभाग की वर्तमान स्थिति के बारे में लोगों से अपील की है. DM साहब ने कहा कि वर्षा ऋतु अपने चरम पर हैं. इस समय में सावधानी रखें, कोपरा नदी में मगरमच्छ देखने की सूचना प्राप्त हुई है. नदियों, तालाबो या ऐसे जल स्त्रोतों पर नहाने या अन्य कार्य खतरे खाली नहीं है. इसीलिए सावधान और सुरक्षित रहें.
साभार - न्यूज़ 18
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