Lalitpur News - बल्क ड्रग फार्मा पार्क के ले-आउट को शासन की मंजूरी मिल गई है। प्रथम चरण में 350 एकड़ भूमि पर इसे विकास किया जाएगा। सबसे पहले यहां पर बिजलीघर का निर्माण होगा। इसके बाद सड़क आदि कार्य होंगे। प्रथम चरण में 29 औद्योगिक इकाइयां लगाने के लिए प्लाट काटे गए हैं।
प्रदेश सरकार जनपद में बल्क ड्रग फार्मा पार्क के विकास पर फोकस कर रही है। ललितपुर के पांच गांवों में 1472 एकड़ में फैले बल्क ड्रग फार्मा पार्क में दो फेज में विकास का खाका खींचा गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में औद्योगिक परिवेश को बदलने, देश-दुनिया में उत्तर प्रदेश की धाक जमाने के साथ ही जन औषधि दवाओं के उत्पादन हब के तौर पर ललितपुर के विकास का रास्ता साफ होगा। सीएम योगी की मंशा अनुसार परियोजना के अंतर्गत फेज-1 में 350 एकड़ भूमि का मास्टर प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराकर विकास कार्यों की शुरुआत की जाएगी। सीएम योगी के दिशा-निर्देशन में बनी विस्तृत कार्ययोजना को धरातल पर उतारने के लिए अब उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने मास्टर प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराने जिम्मेदारी सौंपी थी। इसका ले-आउट तैयार कर शासन को भेजा गया था। शासन ने इसको मंजूरी दे दी है। ले-आउट में बिजली घर, सड़क और स्टीम प्लांट आदि निर्माण की योजना तैयार की गई है।
12 करोड़ से होगा सड़क चौड़ीकरण
बल्क ड्रग पार्क के बीच से लोक निर्माण विभाग सड़क गुजरती है। करीब 800 मीटर की इस सड़क का चौड़ीकरण होना है। इसके निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपी गई है। शासन ने 12 करोड़ रुपये भी स्वीकृत कर दिए हैं। विभाग ने इस सड़क निर्माण की निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है।
33/11 केवीए का बिजली घर बनेगा
बल्क ड्रग पार्क में 33/11 केवीए बिजली घर का निर्माण होना है। इसकी जिम्मेदारी दक्षिणांचल विद्युत वितरण खंड को सौंपी गई है। इसके लिए कार्यदायी संस्था ने कार्य प्रारंभ कर दिया है। एस्टीमेट तैयार शासन को भेजा जाएगा। इसके बाद कार्य शुरू होगा।
बल्क ड्रग पार्क में प्रथम चरण में होने वाले विकास कार्य के लिए तैयार ले-आउट को मंजूरी मिल गई है। सबसे पहले बिजली घर की स्थापना होगी। प्रथम चरण में 29 इकाइयों की स्थापना के लिए जगह आवंटित की गई है। - अरुण कुमार, प्रबंधक, यूपीसीडा।
साभार : अमर उजाला
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