Bundelkhand News: रेलवे टूरिज्म में क्रांति! बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी की रिसर्च को मिला पेटेंट, अब IRCTC पैकेज होंगे और भी शानदार

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. हाल ही में संस्थान के प्रोफेसर सुनील काबिया, डॉ. सत्येंद्र चौधरी समेत 6 सदस्यों की टीम ने भारतीय रेल और IRCTC द्वारा संचालित टूर पैकेजों पर गहन अध्ययन किया, जिसका पेटेंट भी पब्लिश हो चुका है. यह रिसर्च भारत में रेलवे टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.

रेलवे पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

शोध का उद्देश्य IRCTC द्वारा प्रस्तुत लक्ज़री ट्रेन टूर पैकेजों का मूल्यांकन करना था. प्रो. सुनील काबिया के अनुसार, इस शोध को “आईआरसीटीसी टूर पैकेज को रेलवे टूर प्रोडक्ट के रूप में मूल्यांकन” नाम से भारतीय पेटेंट कार्यालय ने पब्लिश किया है. यह शोध रेलवे पर्यटन को नए रूप में पहचान देने और उसकी विभिन्न समस्याओं की पहचान कर समाधान सुझाने का कार्य करेगा.

पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का विश्लेषण

शोध के दौरान सार्वजनिक और निजी भागीदारी के प्रभावों का भी विश्लेषण किया गया ताकि संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सके. इससे रेलवे पर्यटन क्षेत्र में अधिक नवाचार और सुधार की संभावना बनती है.

प्रबंधकीय और पर्यटक संतुष्टि पर जोर

इस रिसर्च में प्रबंधकीय मूल्यांकन और पर्यटक संतुष्टि को केंद्र में रखा गया है. जिन टूर पैकेजों का अध्ययन किया गया, उनमें पर्यटकों के अनुभव और उनकी संतुष्टि के स्तर को मापने की कोशिश की गई है. इसके आधार पर नए और अधिक आकर्षक टूर पैकेजों की सिफारिश भी की गई है.

पेटेंट से मिली बड़ी मान्यता

इस शोध कार्य में डॉ. जीके श्रीनिवासन और डॉ. आयुष सक्सेना का विशेष योगदान रहा. इस शोध को पेटेंट मिलने के बाद विश्वविद्यालय का नाम और गौरव दोनों बढ़े हैं.

भविष्य में और रिसर्च की तैयारी

विभाग द्वारा रेलवे पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में कई और रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर कार्य जारी है. उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ये शोध पर्यटन उद्योग को और अधिक गति देंगे.

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