टीकमगढ़: बिजली उपभोक्ताओं पर बिलों का आंकड़ा लाखों में पहुंचने लगा है। बिल जमा करने के लिए नोटिस जारी किए गए है। इसके बाद भी बिल जमा नहीं किए जा रहे है। जिसके कारण कंपनी ने ८५ गांव की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है। इन सभी गांवों पर ८९ लाख रुपए बकाया पड़ा है। इससे पेयजल संकट के साथ छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।
बिजली कंपनी के एसई एसके त्रिपाठी ने बताया कि जेरोन वितरण केंद्र के ममौरा, बजरंगगढ़, लमाटा, चौपरा, कछियाखेरा, डिरगुवां, ककावनी, जेरा, लुहरगुवां, ककरेला, खजरी, मजल, रौतरा, पंचमखेरा के साथ अन्य ग्रामों पर ५५ लाख रुपए से अधिक बिजली बिल बकाया पड़ा है। इस कारण से ६३ से अधिक ट्रांसफार्मरों से बिजली सप्लाई बंद हो गई है। इसके साथ ही खरगापुर वितरण केंद्र के मातौल,अलबेली, पथरगुवां के साथ अन्य से २२ ट्रांसफार्मर की बिजली सप्लाई बंद कर दी है। इन गांवों पर ३४ लाख रुपए बकाया पड़ा है। बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं को नोटिस देकर कुर्की कार्रवाई की जा रही है।
बिजली बंद से पेयजल समस्या शुरू
पौटेया निवासी सल्ला बाई पाल, कुंईया कुमार, मीरा बाई अहिरवार, बती रैकवार, मीना बानो, फ ातमा बानो, अजीत खान, इमाम, कूरा, हीरा लाल, बंदू लोधी, बालकिशन राजपूत, इकबाल खान ने बताया कि पौटेया और छिपौन का सब स्टेशन गुदनवारा है। वहां से बिजली सप्लाई बंद हो गई है। उन्होंने बताया कि गांव के कुछ लोगों द्वारा बिल जमा नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण बिजली को बंद कर दिया है। जिसमें हर महीने बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं का कहना था कि बोर्ड परीक्षाओं का अंतिम समय चल रहा है। गेहूं की कटाई भी शुरू नहीं हुई है।
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