सागर : मार्च के महीने में एक बार फिर अचानक मौसम में बदलाव आ गया है जिसकी वजह से तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी देखने को मिल रही है सागर जिले में रविवार दोपहर से शुरू हुई बूंदाबांदी जिले के अलग-अलग हिस्सों में शाम तक होती रही. ठंडी हवाएं चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन मौसम के बिगड़ने की वजह से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं, इधर मौसम विभाग ने मंगलवार तक ऐसे ही मौसम में उतार चढ़ाव बने रहने का अनुमान लगाया है.
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में परिवर्तन हुआ है. रविवार को सागर का अधिकतम तापमान 35 डिग्री दर्ज किया गया है, जबकि शनिवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री रिकार्ड किया गया था मौसम में बदलाव की वजह से 3 डिग्री की गिरावट देखी गई है.
सागर के कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि अगर बूंदाबांदी होती है तो इससे फसलों पर ज्यादा कुछ प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन तेज बारिश होने की स्थिति में फसलों को नुकसान भी होगा तो कुछ फसलों को इसका फायदा भी मिलेगा. नुकसान उन फसलों को होगा जो पक कर खेतों में खड़ी है या कटाई होने के बाद थ्रेशिंग का इंतजार है. फायदा ऐसी फसलों को होगा जो अभी हरी खेतों में लहलहा रही हैं उन्हें थोड़ा और समय मिल जाएगा इसके अलावा जिन्होंने तीसरी फसल के रूप में सोयाबीन मूंग उड़द या सब्जी की फसलों की बुवाई की है उनके लिए अगर बारिश हुई तो फायदेमंद साबित होगी,
मौसम वैज्ञानिक इंजी. गोविंद राय ने बताया कि मार्च महीने में हर साल ही मौसम का मिला-जुला असर दिखाई देता है, क्योंकि यह समय जाती हुई सर्दी और आती हुई गर्मी के बीच का होता है, इसलिए अक्सर मौसम बदलता है, जिससे इस महीने में ठंड, गर्मी और बारिश तीनों कई बार देखने को मिलते हैं.
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