सागर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च किए गए, लेकिन ट्रैफिक की समस्या आज भी जस की तस है. लेकिन, सागर के लोगों को अब जल्द ही इस समस्या से भी निजात मिलेगी. क्योंकि, ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए केंद्र सरकार 3500 करोड़ खर्च करने जा रही है. इस प्लान के तहत सागर के व्यस्ततम इलाकों को सीधा नेशनल हाईवे 146 से जोड़ने की तैयारी है. मुख्य रूप से शहर के प्रमुख रास्तों में मोती नगर, भगवानगंज स्टेशन रोड, सिविल लाइन और मकरोनिया चौराहा को नेशनल हाईवे से जोड़ा जाएगा.
दरअसल सागर में किसी भी रास्ते से निकलने पर लोगों को ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ता है. कभी-कभी तो एक से दो घंटे तक जाम में फंस कर रह जाते हैं, जिससे हर एक शहर वासी परेशान है. प्रशासन द्वारा भी तरह-तरह की व्यवस्थाएं की गईं, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा. ऐसे में सागर की सांसद लता वानखेड़े और विधायक शैलेंद्र जैन ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की. उन्हें ट्रैफिक की समस्या पर विस्तार से प्रेजेंटेशन दिया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने इसे स्वीकार करते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
भोपाल से कानपुर तक बन रहा हाईवे
बता दें, भोपाल से यूपी के कानपुर तक 4 टू 6 लेन हाईवे का बहुत तेजी से कम चल रहा है, जो 2026 में पूरा हो जाएगा. इस नेशनल हाईवे को 146 नाम दिया गया है. इसी हाईवे से मोती नगर से लेकर मकरोनिया रेलवे ओवर ब्रिज तक की सड़क जोड़ी जाएगी. इसमें तीन फलाई ओवर भी बनेंगे.
यहां बनेगा फ्लाईओवर
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने जो प्रेजेंटेशन दिया गया, उसके अनुसार मोती नगर चौराहे से फ्लाईओवर शुरू होगा जो राहतगढ़ बस स्टैंड स्थित पुरानी रेलवे फाटक को पार करते हुए रेलवे लाइन के ही किनारे किनारे राधा तिराहे होते हुए स्टेशन रोड के बाहर उतरेगा. इसकी वजह से प्लेटफॉर्म नंबर दो की सड़क और राहतगढ़ बस स्टैंड तक जो जाम लगा रहता है, वह खत्म होगा. फ्लाईओवर रेलवे की जमीन से लगकर ही तैयार होगा, जिसकी वजह से आम लोगों की जमीन और निर्माण को बहुत कम नुकसान होगा.
यहां भी तैयार होगा एक फ्लाईओवर
वहीं शहर में सीधा प्रवेश करने वाले पीली कोठी से सिविल लाइन चौराहा होते हुए कठवापुल हनुमान मंदिर तक एक फ्लाईओवर बनेगा, जो एकदम सीधा होगा. इस रोड पर आर्मी की जमीन है, इसलिए लंबाई और ऊंचाई दोनों चीजों का ध्यान रखा जाएगा. इस फ्लाईओवर के बनने से पीली कोठी पर जो छह जगह जाने के रास्ते हैं, उसे दो जगह का रास्ता बंद हो जाएगा. दुर्घटनाओं में कमी आएगी.
ये वाला फ्लाईओवर सबसे महत्वपूर्ण
सागर की जनता जहां हर समय परेशान होती है, वह मोतीनगर नगर चौराहा. यहां पर मकरोनिया के रेलवे ओवर ब्रिज से लेकर चौराहा तक फ्लाईओवर बनेगा, जिसमें चार रोड निकलेंगी. सर्वे के बाद इसकी फाइनल डिज़ाइन तैयार होगी. मकरोनिया चौराहे पर रोजाना करीब 50,000 से अधिक वाहन निकलते हैं. यह शहर में प्रवेश करने का मुख्य मार्ग है. यहां फ्लाईओवर बनने से ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा. नीचे पार्किंग के लिए भी स्थान तय किए जाएंगे.
साभार : न्यूज़ 18
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