बांदा। रेलवे कर्मियों की लापरवाही ने बांदा स्टेशन पर एक बड़ी दुर्घटना को जन्म दे दिया। पेट्रोल से भरे 50 वैगनों के नीचे पटरी काटने का काम किया जा रहा था। इस दौरान निकली चिंगारी पेट्रोल वैगन के ढक्कन तक जा पहुंची और वहां आग लग गई। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, वरना यह हादसा रेलवे इतिहास का काला अध्याय बन सकता था।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर कानपुर के भीमसेन स्टेशन से पेट्रोल से लदी मालगाड़ी बांदा स्टेशन पहुंची। इसमें 50 पेट्रोल वैगन शामिल थे। प्लेटफार्म नंबर एक और दो का ट्रैक खाली था, इसी बीच रेलवे कर्मचारी कटर मशीन लेकर पहुंचे और खड़ी मालगाड़ी के पास पटरी काटने का काम शुरू कर दिया।
कटर मशीन से निकली चिंगारी अचानक पेट्रोल वैगन की छत तक जा पहुंची और टैंकर के ढक्कन पर आग लग गई। यात्रियों ने शोर मचाकर ध्यान दिलाया तो कर्मचारियों ने तत्काल फायर सिलेंडर से आग बुझाई। मौके पर मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि थोड़ी भी देर हो जाती तो बांदा स्टेशन पर भयावह स्थिति पैदा हो सकती थी।
रेलवे अधिकारियों ने साफ किया है कि इलेक्ट्रिक लाइन से शॉर्ट सर्किट की कोई घटना नहीं हुई। पूरा मामला कटर मशीन से निकली चिंगारी का है। हालांकि, इस घटना ने रेलवे कर्मियों की संवेदनहीनता और लापरवाही को उजागर कर दिया है।
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