Chitrakoot: अपार आईडी बनाने में सुस्ती, 15 निजी स्कूलों को नोटिस

चित्रकूट। जनपद में परिषदीय और निजी स्कूलों के विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाने का कार्य जारी है, लेकिन निजी स्कूलों की उदासीनता के कारण यह अभियान अपेक्षित गति नहीं पकड़ पा रहा है। शिक्षा विभाग के अनुसार, परिषदीय स्कूलों में जहां 95 प्रतिशत से अधिक छात्रों की अपार आईडी बन चुकी हैं, वहीं निजी स्कूल इस कार्य में बेहद पीछे हैं। विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कुल 1,80,072 में से 1,71,893 विद्यार्थियों की आईडी तैयार हो चुकी हैं।


15 निजी स्कूलों को नोटिस जारी

विभाग ने बताया कि कई निजी विद्यालय लगातार निर्देशों के बावजूद अपार आईडी बनाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसी कारण 15 निजी स्कूलों को नोटिस जारी कर मान्यता समाप्त करने की चेतावनी दी गई है। उन्हें एक सप्ताह के भीतर स्थिति सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने साफ कहा है कि निर्धारित समय सीमा में सुधार न करने पर कार्रवाई की जाएगी।

कहां कितने स्कूल और विद्यार्थी

विकास खंडवार आंकड़ों के अनुसार—कर्वी में 409, शहर में 114, मानिकपुर में 326, मऊ में 288, पहाड़ी में 344 और रामनगर में 209 स्कूल संचालित हैं। बेसिक शिक्षा के तहत 1,15,000 विद्यार्थियों में से लगभग 1,12,034 की आईडी बन चुकी हैं, जबकि 2996 की प्रक्रिया शेष है।

इसी प्रकार माध्यमिक स्तर पर 65,072 विद्यार्थियों में से 59,859 की आईडी तैयार हैं और 5213 बननी बाकी हैं। जिले के चार सौ निजी स्कूलों में लगभग 39,473 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं, जिनमें से अभी तक 20 हजार से कम विद्यार्थियों की आईडी ही बन पाई हैं।

तकनीकी दिक्कतें बनी बाधा

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक विद्यार्थी को 12 अंकों का एक यूनिक कोड दिया जा रहा है, जिसमें उसके पाठ्यक्रम, ग्रेड और प्रमाणपत्र से जुड़ी स्थायी शैक्षणिक जानकारी दर्ज रहेगी। हालांकि, कई विद्यालयों में आधार सत्यापन, गलत प्रविष्टि और तकनीकी कारणों से यह प्रक्रिया धीमी चल रही है।

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि सरकारी स्कूलों में यह कार्य अभियान के रूप में तेजी से चल रहा है, लेकिन निजी स्कूलों की सुस्ती विभाग की रैंकिंग पर नकारात्मक असर डाल रही है। ऐसे में अब सख्त रुख अपनाते हुए नोटिस जारी किए गए हैं ताकि निर्धारित समय के भीतर सभी बच्चों की अपार आईडी तैयार हो सके।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ