चित्रकूट जिले में पिछले दो दिनों से मौसम का रुख बदल गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से तापमान में गिरावट आई है, लेकिन किसानों के लिए यह बरसात परेशानी का कारण बन गई है। धान, ज्वार और बाजरा जैसी खरीफ फसलें खराब होने लगी हैं, वहीं रबी सीजन की बुआई भी पिछड़ रही है।
खेतों में गिरी फसलें, बढ़ा नुकसान
इस बार जिले में धान की अच्छी पैदावार हुई थी और किसान कटाई के कार्य में जुटे थे। लेकिन अचानक हुई बारिश और तेज हवाओं ने खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है। कई स्थानों पर धान की फसल गिर जाने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। कुछ इलाकों में खेतों में पानी भर जाने से कटाई का कार्य रुक गया है।
रबी फसल की बुआई पर भी असर
लगातार हो रही वर्षा के कारण रबी फसलों की बुआई प्रभावित हो रही है। किसानों को खेतों में पलेवा और जुताई करने में दिक्कतें आ रही हैं। इससे गेहूं, चना और सरसों जैसी फसलों की समय पर बुआई संभव नहीं हो पा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि खेतों की तैयारी दोबारा शुरू की जा सके।
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 30 और 31 अक्टूबर को जिले में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस संबंध में यलो अलर्ट जारी किया गया है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने खेतों में जलभराव रोकने के लिए उचित निकासी व्यवस्था करें और खलिहान में रखी फसलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दें।

0 टिप्पणियाँ