Chitrakoot: गुरु तेग बहादुर बलिदान दिवस: अब 25 नवंबर को रहेगा अवकाश, शासन ने बदला आदेश

चित्रकूट में गुरु तेग बहादुर के बलिदान दिवस पर घोषित अवकाश की तारीख में बदलाव कर दिया गया है। पहले यह अवकाश 24 नवंबर को तय था, लेकिन शासन द्वारा आदेश संशोधित करते हुए अब 25 नवंबर मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। 

जिलाधिकारी ने बताया कि संशोधित आदेश जारी हो चुका है और अब जनपद में इसी नए आदेश का पालन किया जाएगा। सभी विभागों, संस्थानों और कार्यालयों को इसकी औपचारिक सूचना भेजी जा रही है।

25 नवंबर को रहेंगे सभी सरकारी प्रतिष्ठान बंद

नए आदेश के अनुसार जिले में सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान और अन्य विभाग 25 नवंबर को बंद रहेंगे। प्रशासन का उद्देश्य है कि अवकाश की सही तारीख सभी तक समय पर पहुंचे और किसी भी स्तर पर भ्रम की स्थिति न उत्पन्न हो। सोशल मीडिया, नोटिफिकेशन और विभागीय पत्रों के माध्यम से जानकारी को तेजी से प्रसारित किया जा रहा है।

कौन थे गुरु तेग बहादुर?

गुरु तेग बहादुर सिखों के नौवे गुरु थे और धार्मिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए उनका बलिदान इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। वे गुरुनानक देव की परंपरा को आगे बढ़ाने वाले संत, दार्शनिक और वीर योद्धा थे। उन्होंने समाज को निडर होकर सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। गुरु तेग बहादुर ने अपने जीवन में लोगों को अन्याय के खिलाफ खड़े होने और हर धर्म के सम्मान की सीख दी। उन्होंने स्वयं अपने प्राणों की आहुति देकर यह संदेश दिया कि कमजोर और पीड़ितों की रक्षा करना ही सच्ची सेवा है। उनके इस बलिदान को धर्म, मानवता और स्वतंत्रता की रक्षा के सर्वोच्च उदाहरण के रूप में याद किया जाता है।

जिले में होंगे श्रद्धांजलि और कीर्तन कार्यक्रम

25 नवंबर को चित्रकूट में गुरुद्वारा समितियों और सामाजिक संगठनों द्वारा श्रद्धांजलि सभाएं, कीर्तन, सेवा और सत्संग आयोजित किए जाएंगे। लोगों को गुरु के आदर्शों और उनके द्वारा दिए गए त्याग और साहस की सीख से अवगत कराया जाएगा। 


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