Jhansi : मंजुबारा-छिंगेवारा मार्ग पर पक्की सड़क बनने की उम्मीद जगी

बंगरा। लंबे समय से उपेक्षा झेल रहे मंजुबारा-छिंगेवारा मार्ग पर अब विकास की राह खुलती दिख रही है। ग्राम पंचायत मगरवारा के अंतर्गत आने वाला यह मजरा मुख्य सड़क से करीब तीन किलोमीटर दूर है, और अब तक कच्चे रास्ते से ही लोग आवाजाही करते रहे हैं। बृहस्पतिवार को प्रशासनिक टीम के निरीक्षण के बाद यहां पक्की सड़क बनने की उम्मीद जाग उठी है।

कीचड़ और झाड़ियों से पटा रास्ता बना परेशानी का सबब

गांव तक पहुंचने वाला संपर्क मार्ग कीचड़ और कंटीली झाड़ियों से भरा पड़ा है। बरसात के मौसम में यह रास्ता और भी दुर्गम हो जाता है। ग्रामीणों को आए दिन आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वाहन फंसने या पलटने की घटनाएं भी आम हो गई हैं।

दुर्गम रास्ते ने ली जानें, बढ़ा आक्रोश

कुछ दिन पहले प्रसूता को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी थी। मजबूर होकर परिवार को महिला को बैलगाड़ी से तीन किलोमीटर दूर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ा। इसी तरह एक वृद्ध किसान की भी रास्ते में मौत हो गई थी क्योंकि समय पर इलाज नहीं मिल सका। इन घटनाओं ने प्रशासन को कार्रवाई के लिए विवश कर दिया।

निरीक्षण के बाद दिखी उम्मीद

घटनाओं के बाद अधिकारियों ने क्षेत्र का दौरा किया। लेखपाल, ग्राम प्रधान और विभागीय कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। अब लोक निर्माण विभाग और खंड विकास कार्यालय की ओर से सड़क निर्माण की संभावनाओं पर विचार शुरू हो गया है।

मूलभूत सुविधाओं से वंचित ग्रामीण

करीब डेढ़ हजार की आबादी वाला यह क्षेत्र अब भी सड़क, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं से दूर है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सड़क बन जाती है तो गांव का वर्षों पुराना सपना पूरा होगा और लोगों को राहत मिलेगी।

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