बांदा। जिले में गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बेहतर इलाज का भरोसा दिलाने के लिए आयुष्मान योजना के तहत विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मकसद गांव स्तर तक पहुंचकर हर पात्र परिवार को आयुष्मान कार्ड से जोड़ना है, ताकि बीमारी के समय इलाज की चिंता न रहे। पंचायत भवनों, सरकारी अस्पतालों और गांवों में लगाए जा रहे शिविरों से लोगों को बड़ी राहत मिल रही है।
घर-घर पहुंची सुविधा, छूटे लाभार्थियों पर नजर
स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव और मोहल्लों में जाकर पात्र परिवारों की पहचान कर रही है। राशन कार्ड से जुड़े परिवारों के सभी सदस्यों के कार्ड बनाए जा रहे हैं। कोशिश यह है कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित न रहे। इसी कारण शिविरों में स्थानीय कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई है, जो लोगों को जानकारी देने के साथ प्रक्रिया भी आसान बना रहे हैं।
बुजुर्गों को मिला खास सहारा
अभियान के दौरान बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उम्र के कारण इलाज में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए उनके कार्ड प्राथमिकता से बनाए जा रहे हैं। इससे उन्हें समय पर इलाज और अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा मिल सकेगी। गांवों में बुजुर्गों के चेहरे पर संतोष साफ दिखाई दे रहा है।
इलाज का बड़ा दायरा, खर्च की चिंता खत्म
आयुष्मान कार्ड से कई गंभीर और सामान्य बीमारियों का इलाज संभव है। इसमें बुखार से जुड़ी बीमारियां, सांस की समस्या, किडनी से संबंधित उपचार, हृदय रोग, कैंसर और ऑपरेशन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। कार्ड दिखाकर मरीज सरकारी और सूचीबद्ध अस्पतालों में भर्ती हो सकता है और इलाज का खर्च नहीं देना पड़ता।
सरकार की मंशा, जनता को राहत
यह अभियान केवल कार्ड बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की भी पहल है। विभाग का कहना है कि अभियान से लोगों का भरोसा बढ़ा है और स्वास्थ्य सेवाएं सीधे जरूरतमंद तक पहुंच रही हैं। आने वाले दिनों में यह मुहिम और तेज होगी, ताकि हर पात्र परिवार सुरक्षित और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ा सके।
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