चित्रकूट में प्रशासन की बैठक में खनन क्षेत्र से मिलने वाले फंड को लेकर अहम मंथन हुआ। चर्चा का केंद्र यह रहा कि जिले में विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए जरूरी है कि सभी संबंधित लोग अपनी देनदारियां समय पर पूरी करें। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि फंड जमा होने से स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं में सुधार का रास्ता साफ होगा।
प्रशासन ने साफ किया कि इस फंड का बड़ा हिस्सा लोगों की जरूरतों से जुड़े क्षेत्रों पर खर्च होगा। जिले में इलाज की उपलब्धता बढ़ाने, बच्चों को बेहतर शिक्षा पहुंचाने और रोजमर्रा की चुनौतियों को आसान बनाने की दिशा में यह राशि काफी मददगार साबित होगी। अधिकारियों ने बताया कि समय पर फंड मिलने से योजनाएं रुकी नहीं रहेंगी और काम तेजी से आगे बढ़ पाएंगे।
सड़कों और जरूरी सुविधाओं पर भी फोकस
चर्चा में यह भी कहा गया कि फंड का एक हिस्सा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में लगाया जाएगा। इससे कई इलाकों में सड़कें बेहतर होंगी और आवाजाही पहले से सुगम बनेगी। प्रशासन का मानना है कि सड़कें सुधरने पर गांवों से शहर तक हर स्तर पर लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
खनन क्षेत्र में सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता
बैठक में खनन से जुड़े नियमों और सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान दिया गया। खनन कार्य में लगे लोगों को पूरी सुरक्षा किट के साथ काम कराने की हिदायत दी गई। साथ ही खनन क्षेत्र की सीमाएं तय करने और नियमों का पालन सुनिश्चित करने पर भी सख्ती बरती गई।
वाहनों पर निगरानी और पर्यावरण का ध्यान
खनन क्षेत्र में चलने वाले वाहनों पर निगरानी के लिए तकनीकी उपकरण लगाने की बात दोहराई गई। धूल से होने वाली दिक्कतों को कम करने के लिए नियमित पानी का छिड़काव कराने के निर्देश दिए गए। प्रशासन का कहना है कि इन उपायों से काम सुरक्षित भी होगा और पर्यावरण पर असर भी कम पड़ेगा।

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