Chitrakoot: कैंसिल ट्रेनों ने बढ़ाई यात्रियों की परेशानी, बसों की ओर रुख करने को मजबूर लोग

चित्रकूट जिले में रेल यात्रा करने वाले यात्रियों को उस समय परेशानी का सामना करना पड़ा, जब कानपुर और प्रयागराज मार्ग की कुछ प्रमुख ट्रेनें रद्द रहीं। बांदा–खुरहंड रेलखंड पर चल रहे दोहरीकरण कार्य के कारण यह स्थिति बनी। पहले से ही एक पैसेंजर ट्रेन बंद चल रही थी, ऐसे में अन्य ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गईं।

स्टेशन पर भटके यात्री

चित्रकूटधाम कर्वी रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही यात्रियों की भीड़ नजर आई। कई यात्री ट्रेन की प्रतीक्षा में स्टेशन पहुंचे, लेकिन समय पर स्पष्ट जानकारी न मिलने से उन्हें निराशा हाथ लगी। ट्रेन रद्द होने की सूचना देर से मिलने पर यात्रियों में नाराजगी भी देखने को मिली। कुछ लोग टिकट खिड़की और पूछताछ कक्ष के चक्कर लगाते रहे।

बस स्टैंड पर बढ़ा दबाव

ट्रेन सेवा बाधित होने के कारण यात्रियों को मजबूरी में बस स्टैंड का रुख करना पड़ा। इससे बस स्टैंड पर भीड़ बढ़ गई और यात्रियों को सीट पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। खासकर बीमार, बुजुर्ग और परिवार के साथ सफर कर रहे लोगों को ज्यादा दिक्कत हुई। ठंड के मौसम में बस से लंबी दूरी तय करना कई यात्रियों के लिए परेशानी भरा रहा।

यात्रियों ने साझा की पीड़ा

कर्वी निवासी मनोज कुमार ने बताया कि उन्हें अपने बीमार परिजन को इलाज के लिए कानपुर ले जाना था। स्टेशन पहुंचने पर ट्रेन रद्द होने की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्हें बस से सफर करना पड़ा। वहीं व्यापारी अजय गुप्ता ने कहा कि परिवार के साथ प्रयागराज जाने की योजना थी, लेकिन स्टेशन पर कोई स्पष्ट घोषणा न होने से काफी देर बाद ट्रेन रद्द होने का पता चला।

रेल प्रशासन का पक्ष

इस पूरे मामले पर सहायक स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि ट्रेनों के रद्द होने की सूचना पहले से उपलब्ध कराई गई थी। स्टेशन पर कर्मचारी तैनात थे और यात्रियों को जानकारी दी जा रही थी। रेल प्रशासन के अनुसार, दोहरीकरण का कार्य पूरा होने के बाद रेल संचालन और सुविधाओं में सुधार होगा।

यात्रियों को राहत की उम्मीद

हालांकि अस्थायी परेशानी से यात्री परेशान नजर आए, लेकिन लोगों को उम्मीद है कि रेल कार्य पूरा होने के बाद यात्रा पहले से अधिक सुगम और सुरक्षित होगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ