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Tikamgarh: बुंदेलखंड में लोकगीतों के जरिये कोरोना वैक्सीन लगवाने की समझाइश

 टीकमगढ़ जिले में कोरोना की वैक्सीन लेने के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं जा रहे हैं। यहां तक कि कई ग्राम पंचायतों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाने के बाद भी एक भी ग्रामीण ने वैक्सिन नहीं ली जिसको लेकर प्रशासन चिंतित है। अब महिला बाल विकास विभाग ने इसके लिए अनूठी पहल की है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका गांव की गलियों में बुंदेली लोकगीत गाकर लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरूक कर रही हैं।

टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों के ग्रामीण अंचलों में लोग कोरोना वैक्सीन लेने के लिए नहीं आ रहे हैं। राजस्व, पुलिस और महिला बाल विकास के कर्मचारी से लेकर अधिकारी ग्रामीण अंचलों में लगातार दौरे कर रहे हैं, लेकिन वैक्सीन के प्रति लोगों में उत्साह नहीं दिख रहा। महिला बाल विकास विभाग ने लोगों को समझाने का अब नया तरीका निकाला है। टीकमगढ़ जिले की तहसील बड़ागांव, मोहनगढ़ और लिधोरा में महिला बाल विकास की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका अब गांव की गलियों में जाकर बुंदेली लोक गीत गा रही हैं और लोगों को वैक्सीन लगवाने की समझाइश दे रही हैं।


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इस इलाके में प्रशासन की चिंता का कारण यह है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर चल रही अफवाहों से लोग डरे हुए हैं। टीकमगढ़ जिले की परा ग्राम पंचायत के चोपरा गांव में कोरोना वैक्सीन के भय से करीब 240 परिवार महानगरों को पलायन कर गए हैं। इसी तरह मोहनगढ़ तहसील के गांव मस्तापुर में प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद एक भी ग्रामीण ने वैक्सीन की सेकंड डोज नहीं ली है। ग्रामीणों का तर्क है कि वैक्सीन लेने के बाद उनके यहां मौतें हो रही हैं।

निवाड़ी जिले में तो एक महिला इस मुद्दे पर कलेक्टर आशीष भार्गव से भिड़ गई थी। महिला ने कलेक्टर से कहा था कि वैक्सीन लगवाने के बाद क्या वे मौत नहीं होने की गारंटी लेंगे। इस पर कलेक्टर भी भड़क गए थे। उन्होंने महिला से चिल्लाते हुए कहा था कि हां मैं गारंटी लेता हूं कि वैक्सीन लेने के बाद मौत नहीं होगी।

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टीकमगढ़ जिले की तहसील मोहनगढ़ की ग्राम पंचायत मोगना में गीत गाती हुई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चन्द्रेश यादव कहती हैं कि लोकगीत लोगों को समझाने का सबसे अच्छा तरीका है। बार-बार मिन्नतें करने के बाद भी ग्रामीण वैक्सीन नहीं ले रहे हैं। ऐसे में लोकगीतों के जरिये उनकी ही भाषा में उन्हें समझाने के लिए उन्होंने यह तरीका अपनाया है।

स्रोत-नवभारत टाइम्स 

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