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कोरोना संक्रमण में कमी का मतलब यह नहीं की लापरवाह हो जाएं : मुख्यमंत्री चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में काफी कमी आई है। प्रदेश में आज कोरोना के मात्र 12 पॉजिटिव प्रकरण आये हैं और 13 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। प्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना के प्रकरण कम जरूर हुए है, लेकिन अभी भी कोरोना संक्रमण के प्रति सजग और सतर्क रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही कोरोना को पुन: निमंत्रण देने के समान है।

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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिये सभी प्रयास कर रही है। प्रदेश में तेजी से स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के साथ चिकित्सकीय अधोसंरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। विशेष रूप से अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़ाने के साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिये ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। हमारा प्रयास यह है कि कोरोना की दूसरी लहर के समय जो कमियाँ रह गई थीं, उन्हें प्राथमिकता से दूर करते हुए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की जाँच का कार्य अभी भी जारी है। आज प्रदेश में 72 हजार 360 जाँचें की गई। मुख्यमंत्री चौहान ने अपील की है कि यदि किसी को भी कोरोना का कोई लक्षण आता है तो तुरंत जाँच करायें। उन्होंने कहा कि सभी शासकीय अस्पतालों में कोरोना उपचार की सभी माकूल व्यवस्थाओं के साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। जरूरत इस बात की है कि समय रहते जाँच के साथ उपचार भी करवायें।

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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना के उपचार के लिये जितनी जरूरत अस्पताल, दवाओं और ऑक्सीजन की होती है, उससे कहीं जरूरी है कि आम नागरिक कोरोना वैक्सीन के साथ कोविड अनुकूल व्यवहार भी अपनायें। प्रदेश में कोविड-19 टीकाकरण का महाअभियान लगातार जारी है। मेरी प्रदेशवासियों से अपील है कि जिन्होंने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई, वे तत्काल वैक्सीन लगवा लें, क्योंकि कोरोना से बचने के लिये वैक्सीन सुरक्षा कवच का काम करती है। मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना से बचाव के लिये अनुकूल व्यवहार अपनाने की अपील प्रदेशवासियों से की है।

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