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रियल सिंघम क्यों पहुंचे हमीरपुर?

मनु महाराज ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर से वर्ष 1998 में बीटेक की थी और उसके बाद संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर आईएएस के पद पर चयन होने के बावजूद आईपीएस की नौकरी चुनी।


                                       



आईपीएस अधिकारी मनु महाराज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित पूर्व छात्र सम्मेलन में भाग लेने के लिए हमीरपुर पहुंच गए हैं। आईपीएस अधिकारी मनु महाराज देश के सबसे चर्चित पुलिस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने बिहार के नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र में नक्सलियों को खदेड़ने में बहुत बड़ा अभियान चलाया था और उसमें कामयाबी हासिल की थी। वर्तमान में बिहार का यह नक्सल प्रभावित क्षेत्र पर्यटन स्थल के तौर पर विश्व के मानचित्र पर उभर कर सामने आया है।

आईपीएस अधिकारी मनु महाराज की गिनती बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे करीबीयों में भी होती है। वर्तमान में भारत तिब्बत सीमा सुरक्षा बल में डेपुटेशन पर सेवाएं दे रहे हैं। मनु महाराज ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर से वर्ष 1998 में बीटेक की थी और उसके बाद संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर आईएएस के पद पर चयन होने के बावजूद आईपीएस की नौकरी चुनी। 
जब उनकी तैनाती बिहार में थी तो उन्होंने बिहार कर्मचारी चयन आयोग के नियुक्ति घोटाले में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार को गिरफ्तारी की थी। जब तक वो बिहार में रहे सीएम नीतीश कुमार के बेहद विश्वसनीय अफसरों में गिने जाते थे। आईपीएस अधिकारी मनु महाराज असल जिंदगी के सिंघम हैं। जिन्हें बिहार के सुपर कॉप के नाम से भी जाना जाता है।

SOURCE: AMAR UJALA 

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