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8 साल की बच्ची के गले में अटका सिक्का,जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्ची की जान बचा कर कर दिया कमाल

टीकमगढ़ः एमपी के टीकमगढ़ में जिला हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने एक बच्ची की जान बचा कर कमाल कर दिया है। सिक्का निगलने से बच्ची की सांसे अटक गई थी। जिसका दूरबीन पद्धति से आपरेशन कर सिक्का निकाल कर मासूम की जान बचाई। जिला अस्पताल मे दूरबीन पद्धति से सफल इलाज होने से मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।

मेडिकल के क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है। इलाज की नई तकनीक से इलाज किया जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण एमपी के टीकमगढ़ जिले में देखने को मिला। जहां जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने पहली बार 8 साल के मासूम के गले में फंसे सिक्के को दूरबीन पद्धति से निकाला। टीकमगढ़ जिला अस्पताल में पहली बार ऐसा सफल ऑपरेशन हुआ है। इलाज के बाद बच्ची स्वस्थ बताई जा रही है। कुछ और जांच करने के बाद उसे छुट्टी दे दी जाएगी।

टीकमगढ़ जिला अस्पताल में ईएनटी के विशेषज्ञ डॉक्टर अरविंद सिंह ने इस मामले में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टीकमगढ़ जिले के बाद बडागांव नगर की रहने वाली 8 वर्षीय भूमि सिंह ने खेलते समय अपने गले में सिक्का फंसा लिया था। यह घटना बुधवार की सुबह करीब 11 बजे के आसपास घटित हुई। जिसे परिजन सरकारी अस्पताल बड़ागांव ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया।

खेलते समय निगला सिक्का

डॉक्टर अरविंद सिंह ने बताया कि उन्होंने एंडोस्कोपी के माध्यम से चेक किया तो पता चला कि बच्ची के गले में सिक्का फंसा हुआ है। इसके बाद उन्होंने दूरबीन पद्धति से ऑपरेशन करके सिक्का निकाला है। उन्होंने बताया कि यह टीकमगढ़ जिला अस्पताल में पहली बार सफल ऑपरेशन रहा है। साथ ही बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है जिसकी आज छुट्टी कर दी जाएगी। इस सफल ऑपरेशन पर टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉक्टर अमित शुक्ला ने विशेषज्ञ डॉक्टर अरविंद सिंह को बधाई दी।

मरीजों को नहीं होना पड़ेगा परेशान

मासूम के परिजनों ने ऑपरेशन सफल होने पर डॉक्टर का लख-लख शुक्रिया अदा किया है। क्योंकि जब वह बच्ची को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे तो उसकी सांसे अटक रही थी। जिसकी जान लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की वजह से बच सकी। वहीं, टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में ऑपरेशन की सुविधा शुरू हो गई है। इससे लोगों को मरीजों को लेकर झांसी मेडिकल या सागर मेडिकल कॉलेज नहीं जाना पड़ेगा।

क्या है लैप्रोस्कोपिक सर्जरी

लैप्रोस्कोपिक सर्जरी मतलब दूरबीन की मदद से किया जाने वाला ऑपरेशन है। इसमें ब्लीडिंग बहुत कम होती है। इसमें मरीज के इसमें छोटे से छेंद की मदद से शरीर के अंदर दूरबीन भेजकर ऑपरेशन किया जाता है। इसमें मरीज को ज्यादा समय तक हॉस्पिटल में भी नहीं रुकना पड़ता है। साथ ही बड़ा चीरा नहीं लगाने से मरीज जल्दी ठीक भी हो जाता है और इंफेक्शन का खतरा भी कम रहता है।

साभार: नवभारत टाइम्स 





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