Chitrakoot: रामायण मेला, सुंदरीकरण में लापरवाही नहीं, प्रशासन सख्त

चित्रकूट में होने वाले राष्ट्रीय रामायण मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासन सतर्क नज़र आ रहा है। शुक्रवार को मेला परिसर का निरीक्षण किया गया, जहां अधिकारियों ने चल रहे सुंदरीकरण कार्यों की बारीकी से समीक्षा की। स्थल पर मौजूद टीम को साफ चेतावनी दी गई कि काम में किसी भी तरह की ढिलाई स्वीकार नहीं होगी।

सुगठित योजना और बेहतर तालमेल पर जोर

निरीक्षण के दौरान साफ निर्देश दिए गए कि निर्माण कार्यों की निगरानी अब उच्च स्तर के अधिकारी करेंगे, ताकि हर काम तय मानकों के अनुसार पूरा हो सके। साथ ही यह भी कहा गया कि मेला आयोजन से जुड़ी सभी एजेंसियां आपस में बेहतर तालमेल बनाए रखें। आयोजन समिति और निर्माण कार्य करने वाली संस्था को मिलकर काम पूरा करने की हिदायत दी गई।\

गेट, सीलिंग और रंग-रोगन में तेज़ी

मेला स्थल पर इन दिनों प्रवेश द्वार, आंतरिक सज्जा, छतों के काम और रंग-रोगन जैसे कार्य तेजी से चल रहे हैं। प्रशासन चाहता है कि आने वाले आगंतुकों को इस बार एक आकर्षक और स्वच्छ परिसर दिखे। इसलिए हर काम को समय से पहले और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है।

स्थानीय निकाय को भी मिली ज़िम्मेदारी

निरीक्षण के दौरान नगर निकाय को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए कि उपलब्ध संसाधनों का उपयोग सही जगह और सही तरीके से किया जाए। आयोजन समिति से सीधा समन्वय बनाकर ही आगे की कार्रवाई की जाए, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी या देरी न हो।

मेले में बेहतर व्यवस्था का लक्ष्य

प्रशासन का लक्ष्य है कि इस साल आने वाला रामायण मेला पिछले वर्षों की तुलना में और अधिक सुव्यवस्थित, आकर्षक और भक्तिमय दिखाई दे। सुंदरीकरण के इन कार्यों से उम्मीद की जा रही है कि विशाल संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को एक नया और मनमोहक अनुभव मिलेगा।

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