झांसी। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मंगलवार से विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान के तहत जिले के सभी मतदाताओं की पहचान और पात्रता की जांच की जाएगी। आयोग ने करीब दो दशक बाद यह प्रक्रिया शुरू की है, ताकि मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाया जा सके।
पहचान साबित न करने पर हटेगा नाम
निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है कि जिन लोगों या उनके परिजनों के नाम पहले की मतदाता सूची में दर्ज नहीं थे, उन्हें अपनी पहचान से संबंधित प्रमाण पत्र देना होगा। पहचान साबित करने के लिए आयोग ने कई दस्तावेजों को मान्य किया है। प्रमाण प्रस्तुत न करने वालों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं।
दोहरे और मृत मतदाताओं के नाम होंगे साफ
इस अभियान में उन नामों को भी हटाया जाएगा जो दो बार दर्ज हो गए हैं या जिन मतदाताओं का निधन हो चुका है। साथ ही, जो लोग अब जिले में नहीं रहते, उनके नाम भी सूची से हटाने की प्रक्रिया की जाएगी।
फरवरी में जारी होगी संशोधित सूची
जिला निर्वाचन कार्यालय ने बताया कि सभी ब्लॉक और बूथ स्तर अधिकारियों को पुनरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद संशोधित मतदाता सूची फरवरी में प्रकाशित की जाएगी।

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