Lalitpur : बेमौसम बारिश से बढ़ी किसानों की चिंता, खेतों में भरा पानी और फसलों को नुकसान

ललितपुर। मंगलवार की शाम जिले में करीब 45 मिनट तक हुई तेज बारिश और हवाओं ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया। झमाझम बारिश से जहां ठंडक बढ़ गई, वहीं किसानों की चिंता भी गहराने लगी है। रबी फसलों की बोआई में जुटे किसान खेतों में पानी भर जाने से परेशान हैं। शहर के कई इलाकों में जलभराव के कारण लोगों को आवाजाही में मुश्किलें झेलनी पड़ीं। सर्द हवा चलने से शाम को लोग ऊनी कपड़ों में नजर आए।

बीते सप्ताह हुई लगातार बारिश के बाद जब धूप निकली तो लोगों और किसानों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन मंगलवार की शाम अचानक फिर से तेज बारिश शुरू हो गई। पाली क्षेत्र में शाम करीब 4:30 बजे बारिश के साथ हवा चलने से खेतों में काम कर रहे किसानों को छप्परों और पेड़ों के नीचे शरण लेनी पड़ी। कई जगहों पर सड़कों पर पानी भर गया और वाहन चालकों को रुकना पड़ा।

खेतों में भरा पानी, रबी की बोआई पर असर

किसानों के अनुसार, तेज बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे बोआई का काम रुक गया है। कई किसानों ने बताया कि जिन खेतों में बीज डाल दिए गए थे, वहां पानी भरने से बीज सड़ने का खतरा है। इससे फसल की बोआई में देरी होगी और उत्पादन पर असर पड़ेगा। वहीं, जिन खेतों में अभी बोआई नहीं हुई थी, वहां दोबारा जोताई करनी पड़ेगी।

बदलता मौसम बना परेशानी का कारण

तालबेहट क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से मौसम बार-बार करवट बदल रहा है—कभी तेज धूप तो कभी झमाझम बारिश। इस अस्थिर मौसम ने किसानों को उलझन में डाल दिया है। फिलहाल खेतों में नमी अधिक होने से सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन लगातार बारिश फसलों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।

धान की कटाई में भी दिक्कतें

क्षेत्र में कुछ किसानों ने धान की खेती की थी, लेकिन बारिश के चलते कटाई नहीं हो पा रही है। खेतों में पानी भरने और मशीनें न मिलने से कटाई का काम ठप है। किसानों का कहना है कि अगर मौसम जल्द नहीं सुधरा, तो नुकसान और बढ़ सकता है। बेमौसम बारिश ने फिलहाल किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है, और वे अब आसमान साफ होने का इंतजार कर रहे हैं।

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